भोपाल। कोविड-19 संक्रमण के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा दर्ज किया जा रहा है. इंदौर शहर में लगातार मरीज बढ़ते जा रहे हैं. इसे दृष्टिगत रखते हुए प्रशासन की ओर से कई छात्रावासों को रिक्त कराया गया है, ताकि इन छात्रावासों में जरूरत पड़ने पर मरीजों को उपचार हेतु रखा जा सके. इंदौर के कुछ छात्रावासों को रिक्त भी करा दिया गया है.
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इसी बीच कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर मांग की है कि, अनुसूचित जनजाति छात्रावास को रिक्त ना करवाया जाए. पत्र लिखते हुए उन्होंने कहा है कि, मेरे संज्ञान में आया है कि इंदौर स्थित भवर कुआं केंपस इंदौर में पंडित मोतीलाल नेहरू बालक छात्रावास ,चंद्रशेखर आजाद छात्रावास, राजीव गांधी छात्रावास एवं कमला नेहरू गर्ल्स छात्रावास मोतीतबेला सहित अन्य अनुसूचित जनजाति वर्ग छात्रावास को इंदौर प्रशासन द्वारा कोविड-19 के मरीजों को शिफ्ट करने के लिए छात्रों की अनुपस्थिति में जबरन ताला तोड़कर खाली कराया जा रहा है.
वर्तमान में उक्त छात्रावास में निवासरत छात्र-छात्राएं कोरोना महामारी के चलते अपने- अपने गांव प्रस्थान कर गए हैं, लेकिन छात्रावास के कमरों में छात्रों का सामान रखा हुआ है. वर्तमान में मरीजों को वहां रखने से शैक्षणिक सामग्री अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने से खराब होने एवं गुम होने की आशंका भी हैं. ऐसी स्थिति में उक्त सामग्री के अभाव में छात्रों को काफी नुकसान होगा.
कांतिलाल भूरिया ने लिखा है कि, सरकार के इस फैसले की वजह से छात्रों को अध्ययन करने में काफी कठिनाई भी होगी. वहां पर मरीजों को रखने से संक्रमण आदि होने की भी आशंका रहेगी. उन्होंने सीएम से अनुरोध किया है कि, इंदौर स्थित समस्त अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रावासों को रिक्त ना करवाया जाए और इस पर एक बार पुनः गंभीरतापूर्वक विचार कर जिला प्रशासन इंदौर को आवश्यक निर्देश प्रदान किए जाएं.