भोपाल। 1987 बैच की IAS ऑफिसर गौरी सिंह का तबादला प्रशासन अकादमी में किए जाने को लेकर एमपी के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि अपर मुख्य सचिव गौरी सिंह का नियम-कायदों के तहत ही तबादला किया गया था. उनका कहना है कि सरकार से बिना पूछे उन्होंने आरक्षण को लेकर ऑर्डर जारी कर दिए थे, जिसके कारण उन्हें अपर मुख्य सचिव के पद से हटाया गया था. वहीं अब उन्होंने खुद वीआरएस के लिए आवेदन किया है.
बता दें कि पिछले दिनों ही उनका तबादला पंचायत एवं ग्रामीण विकास से प्रशासन अकादमी में महानिदेशक के पद पर किया गया था. माना जा रहा है कि वे इससे खफा हैं और इसलिए उन्होंने वीआरएस के लिए आवेदन दिया है.
वहीं पोषण आहार पर विपक्ष के तमाम आरोपों को कमलेश्वर पटेल ने निराधार बताया. उनका कहना है कि एमपी एक्रो कंपनी सिर्फ पोषण आहार का संचालन करेगी और किसी भी स्व सहायता समूह की महिलाओं को हटाया नहीं जाएगा. उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व की शिवराज सरकार के समय जो व्यवस्थाएं बदहाल थीं, उसे हम सुधारने का प्रयास कर रहे हैं.
मंत्री पीसी शर्मा ने कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह के बयान की निंदा
साथ ही पूर्व सीएम शिवराज सिंह के बयान कि निंदा करते हुए जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने एसीएस गौरी सिंह को हटाए जाने को लेकर कहा कि सरकार को ये अधिकार होता है कि किस अधिकारी को कहां पदस्थ किया जाए. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की सरकार के कार्यकाल में भी चार आईएएस ने इस्तीफा दिया था, अब वो बताएं कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया.