भोपाल। पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने गुरुवार को कांग्रसे विधायकों की बैठक ली. कमलनाथ के बंगले पर हुई बैठक में कुछ विधायक पहुंचे तो कई विधायक वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए. बैठक में कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा.
सरकार की लापरवाही से गई लोगों की जान
बैठक शुरू होते ही कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी सरकार की नाकामी और लापरवाही के कारण हजारों लोगों की जान गई है. कमलनाथ ने कहा कि यह अपराध है. तमाम चेतावनी के बाद भी सरकार नहीं जागी और हजारों लोग मौत के मुंह में समा गए. कमलनाथ ने आरोप लगाया कि सरकार आज आंकड़े छुपा रही है. कोरोना के साथ-साथ बेरोजगारी, गिरती अर्थव्यवस्था से लोग परेशान है. किसानों को भी परेशान का सामना करना पड़ रहा है. कमलनाथ ने कहा कि पहले लोग इसे चीन का कोविड-19 कहते थे अब विश्व में ये भारतीय कोविड-19 कहा जाने लगा है.
एमपी में आया कोविड माफिया
कमलनाथ ने कहा कि एमपी में एक नया माफिया आया है, जिसका नाम कोविड माफिया है. कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में बेड, इंजेक्शन, जीवन रक्षक दवाईयां और उपकरणों की जमकर कालाबाजारी हो रही है. बीजेपी से जुड़े लोग सामने आ रहे हैं, यह लोग आपदा में भी अवसर तलाश रहे हैं.
शराब प्रेम में डूबी सरकार
कमलनाथ ने कहा कि एक तरफ लोग मर रहे हैं लेकिन बीजेपी सरकार शराब प्रेम में डूबी हुई है. गांव में जमकर शराब बिक रही है. कई विधायकों ने कहा कि बीजेपी के लोग कालाबाजारी कर रहे हैं. अस्पतालों में न तो इलाज है, ना डॉक्टर हैं. लोग जीवन रक्षक दवाइयों के लिए भटक रहे हैं. टेस्टिंग के 5 दिन बाद रिपोर्ट आ रही है. विधायकों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में हुई मौतों का मृत्यु सर्टिफिकेट नहीं दिया जा रहा है. कमलनाथ ने कहा कि लोगों को वैक्सीन इसलिए नहीं मिल रही है क्योंकि 84 देशों को 6.30 करोड़ से अधिक वैक्सीन निर्यात कर दी गई. संकट के समय में भी वैक्सीन, रेमडेसिविर और ऑक्सीजन का निर्यात होता रहा है.
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ग्वालियर-चंबल के विधायकों ने दिया धन्यवाद
बैठक में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के विधायकों ने कमलनाथ का धन्यवाद दिया और कहा कि कमलनाथ ने ऑक्सीजन और अन्य सामग्री जनता को उपलब्ध कराई. बैठक में भारी भरकम बिजली के बिलों का मुद्दा भी उठा.सभी ने एक स्वर में कहा कि सरकार को बिजली बिल माफ कर देना चाहिए.साथ ही कई विधायकों ने छिंदवाड़ा मॉडल की जमकर प्रशंसा की. इस दौरान कोरोना काल में प्रशासन और पुलिस की तानाशाही की शिकायतें भी कमलनाथ से की गई.