भोपाल। मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष के नाम का किसी भी वक्त ऐलान हो सकता है. एमपी के मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच मुलाकात हुई. कमलनाथ ने कहा है कि सोनिया गांधी से उनकी संगठन के साथ साथ कई अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा हुई है. ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी से सीएम कमलनाथ ने इनकार किया है उन्होंने कहा है कि वो ऐसा नहीं सोचते.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष के सवाल पर उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं कि नया प्रदेशाध्यक्ष जल्द बनाया जाए, क्योंकि अब वो मुख्यमंत्री पद की भी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. कमलनाथ ने कहा कि वो तो लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले भी पद छोड़ने की बात कर चुके थे, लेकिन पार्टी आलाकमान ने चुनाव का हवाला देते हुए उन्हें इस पद पर बने रहने के लिए बोले थे. कमलनाथ ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने पर भी उन्होंने दोबारा नया अध्यक्ष बनाने की मांग की है.
सूत्रों के मुताबिक एमपी कांग्रेस अध्यक्ष का नाम तय है, सिर्फ कांग्रेस हाईकमान की मुहर लगना बाकी है. एमपी कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में कांग्रेस के कई नेता हैं. इस रेस में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, मंत्री बाला बच्चन, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई दिग्गज नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि आज किसी भी वक्त मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो सकता है.
एमपी में नए कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर जहां एक ओर कवायद चल रही है तो वगीं भोपाल में गुटबाजी भी जारी है. मंगलवार को पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के निवास पर दिग्विजय सिंह और राज्य सरकार के मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह के साथ बैठक हुई और उसके अगले ही दिन कई विधायकों की बैठक अजय सिंह के आवास पर हुई. बैठकों के इस दौर में सियासी हलचल पैदा कर दी है. कहा तो यह जा रहा है कि यह बैठक पार्टी हाईकमान पर राजनीतिक तौर पर दबाव बनाने के लिए हुई थी.
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह तमाम कयासों का खंडन करते हुए कहते हैं कि उनका निवास भोपाल में है, वे यहां रहते और विधायक अलग अलग कामों से समितियों की बैठकों में राजधानी आते हैं. लिहाजा, विधायकों का मिलना उनसे आम बात है. इसे किसी भी तरह की संभावनाओं से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. उनकी किसी भी पद को लेकर कोई दावेदारी नहीं है.