भोपाल। मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि किसी के दबाव में ना आए और कृषि कानून जारी रखें. किसानों की आड़ में विरोधी आंदोलन को भड़का रहे हैं. उन्होंने कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े संगठनों को किसान संगठन मानने से ही इंकार कर दिया है.
प्रधानमंत्री किसी के दबाव में ना आए
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बातचीत से समाधान निकालने के बजाय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े संगठनों को किसान संगठन मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने पीएम मोदी से अपील की है कि दबाव में आए बिना कृषि सुधार कानूनों को जारी रखें. क्योंकि कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठनों से बातचीत के बाद भी कोई नतीजा निकलता नहीं दिख रहा है.
मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री ने हड़ताली संगठनों के अड़ियल रवैए पर हैरानी जताते हुए कहा है कि यह संगठन किसानों के हैं ही नहीं. यह वह विरोधी ताकते हैं, जो नहीं चाहती हैं कि किसानों का भला हो.
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी और आम आदमी पार्टी का नाम लेते हुए कहा कि इनका कोई समर्थन नहीं है. देश के किसान कृषि कानूनों के समर्थन में केंद्र सरकार के साथ हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि वह किसी के दबाव में ना आए और किसी कानूनों को जारी रखें.
किसानों का भला नहीं देख पा रहे संगठन
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार किसानों को सम्मान निधि देने की पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की, जिसकी मांग खेती में नुकसान के बावजूद कभी किसान संगठनों ने नहीं की थी. लेकिन जब प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को संबल दिया, तो इनमे से किसी संगठन ने आगे आकर प्रधानमंत्री का धन्यवाद नहीं किया. कृषि मंत्री ने कहा है कि यह कैसे किसान संगठन है, जो किसानों का भला होते हुए भी नहीं देख पा रहे हैं.