भोपाल। कोरोना वायरस के कारण किए गए लॉकडाउन के कारण मंदिर और मठ भी बंद कर दिए गए हैं, मठ मंदिरों में श्रद्धालुओं की आवाजाही पूरी तरह से बंद है, ऐसी स्थिति में मंदिरों में पूजा अर्चना की व्यवस्था और पुजारियों के जीवन यापन के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि मंदिरों में यह व्यवस्था मंदिरों में आने वाले चढ़ावे और दान की राशि से होती थी, लेकिन पिछले 2 महीने से मंदिर बंद होने के कारण मंदिरों में चढ़ावा और दान आना बंद हो गया है, इन परिस्थितियों को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखकर मांग की है कि मंदिरों की पूजा अर्चना की व्यवस्था के लिए आगामी 3 माह तक 5 हजार और पुजारियों के जीवन यापन के लिए आगामी 3 माह तक 7500 रूपये की आर्थिक मदद करने का कष्ट करें
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को लिखे पत्र में कहा है कि मध्यप्रदेश में हजारों मंदिर और मठ है. यह मंदिर और मठ सरकार द्वारा या किसी संस्था द्वारा या ट्रस्ट द्वारा या किसी समिति अथवा अन्य व्यवस्था द्वारा संचालित किए जाते हैं. इन मंदिरों में प्रतिदिन की पूजा-अर्चना आदि हेतु आवश्यक प्रबंध एवं पुजारियों के जीवन यापन की व्यवस्था मंदिरों में आने वाले चढ़ावे एवं दान की राशि से होती है.
कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन में मंदिरों में भक्तों और श्रद्धालुओं का आना प्रतिबंधित होने से चढ़ावा और दान राशि प्राप्त नहीं हो रही है और इस कारण से पुजारियों को मंदिर की पूजा अर्चना और स्वयं के परिवार के जीवन यापन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. मंदिरों में भगवान की पूजा अर्चना संभव हो और पुजारियों के जीवन यापन की व्यवस्था सुव्यवस्थित रुप से चल सके, इस हेतु सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाना चाहिए.
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से अपने पत्र में अनुरोध किया है कि इस विषय पर तत्काल संज्ञान लेते हुए प्रदेश के प्रत्येक छोटे-बड़े मठ मंदिरों में पूजा अर्चना हेतु 5 हजार रूपए प्रति माह और पुजारियों के जीवन यापन हेतु 7500 रूपए प्रति माह की न्यूनतम आर्थिक सहायता आगामी 3 माह के लिए स्वीकृत कर वितरित करने का निर्णय लेने का कष्ट करें.