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खरीदी केंद्र पर किसान की मौत के लिए शिवराज सरकार की नीतियां जिम्मेदार: कमलनाथ - farmer dies

पूर्व सीएम कमलनाथ ने आगर जिले में गेहूं खरीदी के दौरान हुई किसान की मौत का जिम्मेदार सरकार और उनकी नीतियों और अव्यवस्थाओं को ठहराया है. इसके साथ ही मृतक के परिवार को मदद देने की मांग की है. पढ़िए पूरी खबर...

भोपाल
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Published : May 26, 2020, 3:26 PM IST

भोपाल। आगर जिले में गेहूं खरीदी के दौरान किसान की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अव्यवस्थाओं और तनाव के कारण किसान की मौत होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इसके लिए सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं.

  • शिवराज जी , आप समर्थन मूल्य पर गेहूँ ख़रीदी के भले बड़े-बड़े दावे करे , ख़ूब आँकड़े जारी करे लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है।
    आज किसान भाइयों को अपनी उपज बेचने के लिये काफ़ी परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है।
    1/6

    — Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 26, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करके कहा है कि 'मुख्यमंत्री समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के भले बड़े-बड़े दावे कर ख़ूब आंकड़े जारी करे, लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है. आज उपार्जन केंद्रो पर कहीं बारदान की कमी है, तुलाई की व्यवस्था नहीं है, परिवहन नहीं होने से काम बंद पड़ा है. किसानो को एसएमएस भेजकर बुलाया लिया जाता है, चार-चार दिन भीषण गर्मी में किसान अपनी उपज बेचने के लिये भूखा प्यासा कई किलोमीटर लंबी लाइन में लगा हुआ है, उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है.'

'आगर मालवा में मलवासा के एक किसान प्रेम सिंह की इन्हीं परेशानियों व अव्यवस्थाओं से दुखद मौत हो गयी. ख़रीदी की अव्यवस्थाओं से हुए तनाव से इस किसान की जान चली गयी. इसकी ज़िम्मेदार सरकार व उसकी नीतिया है.

कमलनाथ ने कहा कि ऐसे ही कई किसान निरंतर परेशानियों का सामना कर रहे हैं. अपनी उपज बेचने के लिए भटक रहे है और तनाव झेल रहे हैं. सरकार सिर्फ़ झूठे दावे में लगी हुई है, ज़मीनी धरातल पर स्थिति विपरीत है.'

कमलनाथ ने मांग की है कि सरकार मृत किसान के परिवार की हरसंभव मदद करे. किसान की मौत के जिम्मेदारों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो.

भोपाल। आगर जिले में गेहूं खरीदी के दौरान किसान की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अव्यवस्थाओं और तनाव के कारण किसान की मौत होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इसके लिए सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं.

  • शिवराज जी , आप समर्थन मूल्य पर गेहूँ ख़रीदी के भले बड़े-बड़े दावे करे , ख़ूब आँकड़े जारी करे लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है।
    आज किसान भाइयों को अपनी उपज बेचने के लिये काफ़ी परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है।
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पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करके कहा है कि 'मुख्यमंत्री समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के भले बड़े-बड़े दावे कर ख़ूब आंकड़े जारी करे, लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है. आज उपार्जन केंद्रो पर कहीं बारदान की कमी है, तुलाई की व्यवस्था नहीं है, परिवहन नहीं होने से काम बंद पड़ा है. किसानो को एसएमएस भेजकर बुलाया लिया जाता है, चार-चार दिन भीषण गर्मी में किसान अपनी उपज बेचने के लिये भूखा प्यासा कई किलोमीटर लंबी लाइन में लगा हुआ है, उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है.'

'आगर मालवा में मलवासा के एक किसान प्रेम सिंह की इन्हीं परेशानियों व अव्यवस्थाओं से दुखद मौत हो गयी. ख़रीदी की अव्यवस्थाओं से हुए तनाव से इस किसान की जान चली गयी. इसकी ज़िम्मेदार सरकार व उसकी नीतिया है.

कमलनाथ ने कहा कि ऐसे ही कई किसान निरंतर परेशानियों का सामना कर रहे हैं. अपनी उपज बेचने के लिए भटक रहे है और तनाव झेल रहे हैं. सरकार सिर्फ़ झूठे दावे में लगी हुई है, ज़मीनी धरातल पर स्थिति विपरीत है.'

कमलनाथ ने मांग की है कि सरकार मृत किसान के परिवार की हरसंभव मदद करे. किसान की मौत के जिम्मेदारों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो.

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