भोपाल। मध्यप्रदेश में ओलावृष्टि से हुए नुकसान को लेकर किसानों को तत्काल राहत दिलाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. कमलनाथ ने सरकार से मांग की है कि संकट की इस घडी में सरकार किसानों से बिजली के बकाया बिलों की वसूली पर तत्काल रोक लगाए. साथ ही किसानों से फसल ऋण की वसूली पर भी रोक लगाई जाए.
सरकार ने अब तक राहत नहीं दी: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पत्र में लिखा कि किसान इस प्राकृतिक आपदा की वजह से गंभीर रूप से पीड़ित हैं. पिछले 15 दिनों में प्रदेश के कई इलाकों में अति बारिश और ओले गिरे हैं. किसानों की गेहूं, जौ, चना, मटर, सरसों आदि फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. किसान बेहद संकट में हैं. लेकिन सरकार ने अब तक उन्हें कोई राहत नहीं दी है. पिछले 15 दिनों में सरकार सिर्फ सर्वे कराने के झूठे आश्वासन ही देने में लगी हुई है. अभी तक एक भी किसान को राहत राशि नहीं दी गई है.
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फसल बीमा राशि की उम्मीद नहीं : कमलनाथ ने लिखा कि पुरानी परिपाटी के हिसाब से किसानों को बीमा के क्लेम की राशि महीनों बाद भी मिलने की उम्मीद नहीं है. कमलनाथ ने आरोप लगाया कि राजस्व पुस्तक परिपत्र का उद्देश्य तत्काल किसानों को राहत देना है, लेकिन सर्वे काम 15 दिन में भी पूरा न होना सरकार की लापरवाही दिखाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि मौसम की मार से बेहाल किसानों पर बिजली बिलों को लेकर कुर्की की कार्रवाई की जा रही है. इसलिए सरकार बिजली बिलों की वसूली को तत्काल रोक लगाए. उधर, किसानों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा में भी सरकार को घेरा. कांग्रेस ने सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए इस मुद्दे को लेकर सदन से वॉकआउट किया. वहीं, बीजेपी ने भी इसको लेकर कांग्रेस पर पलटवार किया है.