भोपाल। मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के मतगणना जारी है. शुरुआती रुझानों में बीजेपी के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं. बीजेपी ने लगभाग उन्हीं को प्रत्याशी बनाया है, जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हुए थे. ऐसे में शुरुआती रुझान को देखते हुए यह माना जा रहा है कि, ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक आपनी साख बचाते दिख रहे हैं. शिवराज सरकार को सत्ता में बने रहने के लिए 8 सीटों पर जीत दर्ज करनी होगी, जबकि सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस को सभी 28 सीटें जीतनी होंगी.
विधानसभा सीट | कौन प्रत्याशी आगे | कौन प्रत्याशी पीछे |
सांवेर | तुलसीराम सिलावट, बीजेपी | प्रेमचंद गुड्डू, कांग्रेस |
डबरा | इमरती देवी, बीजेपी | सुरेश राजे, कांग्रेस |
ग्वालियर | प्रद्युम्न सिंह तोमर,बीजेपी | सुनील शर्मा,कांग्रेस |
सुरखी | गोविंद सिंह राजपूत,बीजेपी | पारुल साहू,कांग्रेस |
सांची | प्रभुराम चौधरी,बीजेपी | मदनलाल चौधरी,कांग्रेस |
बमौरी | महेंद्र सिंह सिसौदिया,बीजेपी | कन्हैयालाल अग्रवाल,कांग्रेस |
मुंगावली | बृजेंद्र सिंह यादव, बीजेपी | कनई राम लोधी, कांग्रेस |
बदनावर | राज्यवर्धन सिंह,बीजेपी | कमल पटेल,कांग्रेस |
बीजेपी के लिए कैसा होगा सरकार का समीकरण
वर्तमान में बीजेपी के पास 107 विधायक हैं, ऐसे में उसे उपचुनाव में मात्र 8 सीटें जीतनी की जरूरत होगी, जिसके जीतने पर वो वह सरकार बना लेगी. जो 115 के आंकड़े को छूते हैं.अगर बीजेपी 8 से एक कम सीट भी जीतती है तो कांग्रेस के लिए सरकार बनाने का रास्ता साफ हो जाएगा. वहीं बीजेपी को सरकार बचाने के लिए निर्दलीय या सपा-बसपा का मुंह ताकना पड़ सकता है. बीजेपी एक सीट जीतकर भी बना सकती है सरकार. अगर बीजेपी एक सीट जीतती है तो उसकी संख्या हो जाएगी 108. ऐसे में बसपा के 2, निर्दलीय 4, सपा एक को मिलाकर उसके आसानी से 115 सीटें हो जाएंगी.
कांग्रेस कैसे बना सकती है सरकार
वर्तमान में कांग्रेस के पास 87 विधायक हैं, ऐसे में उसे 28 और विधायकों की जरूरत होगी, जिससे वो 115 के जादुई आंकड़े को छू लेगी और वह दोबारा प्रदेश की सत्ता में काबिज हो जाएगी. अगर कांग्रेस 28 सीटें नहीं जीत पाती तो उसे कम से कम 21 सीटें जीतने के साथ ही 4 निर्दलीय, 2 बीएसपी और 1 एसपी के विधायकों की जरूरत होगी. ऐसे में 21+4+3+2 की मदद से कांग्रेस 115 के जादुई आंकड़े को छु लेगी.