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शिवराज सिंह चौहान बने खेत मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री, किसानों के बीच किया बड़ा ऐलान - SHIVRAJ SINGH MEET FARMERS

केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को एक बार फिर किसानों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री के लिए किसान सेवा ही भगवान की पूजा है.

SHIVRAJ SINGH MEET FARMERS
केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से की मुलाकात (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 24 hours ago

Updated : 22 hours ago

Shivraj Kisan Meeting: केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को एक बार फिर किसानों से मुलाकात की. आज हुई मुलाकात में उन्होंने किसानों से कहा कि मैंने मंगलवार का दिन किसानों से मिलने के लिए तय किया है. मैं हर मंगलवार को किसानों से मिलता हूं और जब मैं दौरे पर जाता हूं तो वहां भी किसानों से बिना मिले नहीं आता. मेरे लिए खेत मेरा मंत्रालय है. बता दें कि केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान हर मंगलवार को देश के अलग-अलग प्रांतों से पहुंचे किसानों और किसान प्रतिनिधियों से मुलाकात करते हैं.

'दिल्ली में फसल बीमा योजना लागू नहीं'

केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को किसानों से मुलाकात की. दिल्ली स्थित आवास पर किसानों का जत्था उनसे मिलने पहुंचा. इस दौरान उन्होंने दिल्ली के किसानों की समस्याओं को सुना और उन्हें दूर करने का आश्वासन दिया. उन्होंने आतिशी की आप सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि "दिल्ली में कृषि मंत्री नहीं है. यहां फसल बीमा योजना लागू नहीं है. 8 करोड़ से ज्यादा आवेदन का बीमा है. ऐसे में किसानों की फसलें खराब होने पर लाभ नहीं मिल रहा है."

उन्होंने इसे लेकर आतिशी सरकार को चिठ्ठी लिखी है. उन्होंने अपील की है कि राजनीतिक प्रतिस्पर्धा में किसानों का अहित नहीं करें और किसानों के हित की सभी योजनाओं को दिल्ली में लागू करें ताकि किसानों को केन्द्रीय योजनाओं का लाभ मिले.

'किसान की सेवा कृषि मंत्री के लिए भगवान की पूजा'

केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से कहा कि "आज भी खेती अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा है. किसान ही उसके प्राण हैं. किसानों ने इस साल जो मेहनत की है उस मेहनत के कारण कृषि विकास दर साढ़े 3 से 4 प्रतिशत रहने वाली है. कोविड में जब फैक्ट्रियों पर ताले लग गए थे तब किसान ही थे जो खेत में काम कर रहे थे. किसान की सेवा ही कृषि मंत्री के लिए भगवान की पूजा करना है."

'जहां खेत वही मेरा मंत्रालय, जहां किसान वही मेरा मंत्रालय'

केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि "मैंने मंगलवार का दिन किसानों से मिलने के लिए तय किया है. मैं हर मंगलवार को किसानों से मिलता हूं और जब मैं दौरे पर जाता हूं तो वहां भी किसानों से बिना मिले नहीं आता. मेरे लिए खेत मेरा मंत्रालय है और जहां किसान है वही मेरा मंत्रालय है."

'सत्ता के स्वर्ण सिंहासन पर बैठने नहीं आया'

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि "मेरे विभाग का नाम ही कृषि एवं किसान कल्याण विभाग है. किसान कल्याण विभाग मेरे लिए शब्द नहीं बल्कि मेरे लिए मंत्र है. मैं सत्ता के स्वर्ण सिंहासन पर बैठने नहीं आया हूं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रहते किसानों के कल्याण के लिए कोई कसर नहीं छोड़ूंगा. मैं ऐसा कृषि मंत्री नहीं हूं कि केवल दफ्तर में बैठकर अधिकारियों से ही बात करूं."

24 सितंबर 2024 को हुई थी शुरूआत

केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हर मंगलवार को देश के अलग अलग प्रांतों के किसानों से मुलाकात करने की घोषणा की थी और इसकी शुरुआत उन्होंने 24 सितंबर 2024 से की थी. तब से यह सिलसिला निरंतर चल रहा है और वे लगातार किसानों की समस्याएं सुन रहे हैं. उन्होंने अपने पहले मंगलवार को किसानों से मुलाकात के दौरान मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों की 7 बड़ी योजनाओं का जिक्र किया था जिसे किसानों के लिए मंजूर किया गया था. इसमें किसानों पर 15 हजार करोड़ रुपये खर्च किया जाना है.

Shivraj Kisan Meeting: केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को एक बार फिर किसानों से मुलाकात की. आज हुई मुलाकात में उन्होंने किसानों से कहा कि मैंने मंगलवार का दिन किसानों से मिलने के लिए तय किया है. मैं हर मंगलवार को किसानों से मिलता हूं और जब मैं दौरे पर जाता हूं तो वहां भी किसानों से बिना मिले नहीं आता. मेरे लिए खेत मेरा मंत्रालय है. बता दें कि केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान हर मंगलवार को देश के अलग-अलग प्रांतों से पहुंचे किसानों और किसान प्रतिनिधियों से मुलाकात करते हैं.

'दिल्ली में फसल बीमा योजना लागू नहीं'

केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को किसानों से मुलाकात की. दिल्ली स्थित आवास पर किसानों का जत्था उनसे मिलने पहुंचा. इस दौरान उन्होंने दिल्ली के किसानों की समस्याओं को सुना और उन्हें दूर करने का आश्वासन दिया. उन्होंने आतिशी की आप सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि "दिल्ली में कृषि मंत्री नहीं है. यहां फसल बीमा योजना लागू नहीं है. 8 करोड़ से ज्यादा आवेदन का बीमा है. ऐसे में किसानों की फसलें खराब होने पर लाभ नहीं मिल रहा है."

उन्होंने इसे लेकर आतिशी सरकार को चिठ्ठी लिखी है. उन्होंने अपील की है कि राजनीतिक प्रतिस्पर्धा में किसानों का अहित नहीं करें और किसानों के हित की सभी योजनाओं को दिल्ली में लागू करें ताकि किसानों को केन्द्रीय योजनाओं का लाभ मिले.

'किसान की सेवा कृषि मंत्री के लिए भगवान की पूजा'

केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से कहा कि "आज भी खेती अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा है. किसान ही उसके प्राण हैं. किसानों ने इस साल जो मेहनत की है उस मेहनत के कारण कृषि विकास दर साढ़े 3 से 4 प्रतिशत रहने वाली है. कोविड में जब फैक्ट्रियों पर ताले लग गए थे तब किसान ही थे जो खेत में काम कर रहे थे. किसान की सेवा ही कृषि मंत्री के लिए भगवान की पूजा करना है."

'जहां खेत वही मेरा मंत्रालय, जहां किसान वही मेरा मंत्रालय'

केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि "मैंने मंगलवार का दिन किसानों से मिलने के लिए तय किया है. मैं हर मंगलवार को किसानों से मिलता हूं और जब मैं दौरे पर जाता हूं तो वहां भी किसानों से बिना मिले नहीं आता. मेरे लिए खेत मेरा मंत्रालय है और जहां किसान है वही मेरा मंत्रालय है."

'सत्ता के स्वर्ण सिंहासन पर बैठने नहीं आया'

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि "मेरे विभाग का नाम ही कृषि एवं किसान कल्याण विभाग है. किसान कल्याण विभाग मेरे लिए शब्द नहीं बल्कि मेरे लिए मंत्र है. मैं सत्ता के स्वर्ण सिंहासन पर बैठने नहीं आया हूं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रहते किसानों के कल्याण के लिए कोई कसर नहीं छोड़ूंगा. मैं ऐसा कृषि मंत्री नहीं हूं कि केवल दफ्तर में बैठकर अधिकारियों से ही बात करूं."

24 सितंबर 2024 को हुई थी शुरूआत

केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हर मंगलवार को देश के अलग अलग प्रांतों के किसानों से मुलाकात करने की घोषणा की थी और इसकी शुरुआत उन्होंने 24 सितंबर 2024 से की थी. तब से यह सिलसिला निरंतर चल रहा है और वे लगातार किसानों की समस्याएं सुन रहे हैं. उन्होंने अपने पहले मंगलवार को किसानों से मुलाकात के दौरान मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों की 7 बड़ी योजनाओं का जिक्र किया था जिसे किसानों के लिए मंजूर किया गया था. इसमें किसानों पर 15 हजार करोड़ रुपये खर्च किया जाना है.

Last Updated : 22 hours ago
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