भोपाल। डॉक्टर्स कोरोना महामारी के दौर में अपनी जान की परवाह न करते हुए कोविड-19 से संक्रमित हुए मरीजों के इलाज और सेवा में लगे हुए है. इस दौरान कई डॉक्टर्स कोविड की चपेट में आए और कई डॉक्टरों की मौत भी हुई है. ऐसे ही एक कोरोना योद्धा हैं जो आज ज़िंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं, जिसे लेकर जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर संक्रमित डॉक्टर के उचित इलाज की मांग की है.
जूडा की मांग, दिया जाए उचित इलाज
जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने अपने पत्र में बताया है कि बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर में पदस्थ कोरोना योद्धा डॉक्टर शुभम उपाध्याय अपनी ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुए थे. डॉ शुभम का सेम्पल 28 अक्टूबर को लिया गया और 29 अक्टूबर को उनकी आरटीपीसीर टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव पायी गयी, जिसके बाद डॉक्टर को राजधानी भोपाल के चिरायु मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में आईसीयू वार्ड में भर्ती करवाया गया है, जहां लगातार उनका इलाज चल रहा है, पर स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है. इसलिए जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन चाहता है कि डॉक्टर शुभम के उचित इलाज का बंदोबस्त किया जाए और उनके परिवार की हर संभव आर्थिक सहायता भी की जाए.
पहले भी कई डॉक्टर्स की स्थिति हुई है गम्भीर
बता दें, कि यह पहला मौका नहीं है जब किसी कोरोना योद्धा की कोरोना वायरस के कारण स्थिति इतनी बिगड़ गई हो. जबसे कोरोना वायरस शुरू हुआ है तब से लेकर अब तक सैकड़ों की संख्या में डॉक्टर्स इसकी चपेट में आए हैं और मध्यप्रदेश में ही 60 से ऊपर कोरोना योद्धाओं की मौत संक्रमण के कारण हुई है. हालांकि मध्य प्रदेश सरकार ने ऐसे कोरोना योद्धाओं को 50 लाख रुपए मुआवजा देने की बात कही थी, पर अब तक इसका लाभ बहुत कम ही कोरोना योद्धाओं को मिल पाया है.