भोपाल। गांधी मेडिकल कॉलेज में हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों को अब कई जगह से समर्थन मिलना भी शुरू हो गया है. पहले इंटर्न डॉक्टर और अब MBBS डॉक्टर्स ने इनका समर्थन किया है. बुधवार देर रात इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मध्य प्रदेश विंग ने अपना पत्र जारी करते हुए जूडा की हड़ताल को समर्थन दिया है. वहीं कर्नाटका की डॉक्टर एसोसिएशन और इंदौर की नर्सिंग एसोसिएशन ने भी जूनियर डॉक्टर की हड़ताल को अपना समर्थन दिया है.
पीछे नहीं हट रहे डॉक्टर्स
इसके बाद यह सभी जूनियर डॉक्टर गांधी मेडिकल कॉलेज के ही परिसर में एकत्रित हुए और टॉर्च की रोशनी दिखाकर अपनी एकता का परिचय दिया. उनका कहना था कि इनकी लड़ाई अब लगातार आगे बढ़ती जा रही है. ऐसे में अन्य एसोसिएशन का सहयोग मिलने से इनका मनोबल और बड़ा है. भले ही सरकार हमें हठधर्मी कहे, लेकिन कोविड काल में लगातार पिछले एक साल से हम अपनी जान हथेली पर लेकर ड्यूटी कर रहे हैं. ऐसे में सरकार को भी हमारे बारे में सोचना चाहिए.
JUDA ने मोबाइल की flash light जलाकर किया विरोध
मरीजों आ रही भारी परेशानी
भोपाल के साथ ही इंदौर के my अस्पताल, डेंटल मेडिकल कॉलेज, शासकीय केंसर हॉस्पिटल के सभी जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया है और हड़ताल पर चले गए है. ऐसे में कुछ दिनों पहले जहां मरीज बेड और ऑक्सीजन की किल्लत के चलते परेशान थे वहीं जूनियर डॉक्टर के हड़ताल पर जाने से एक बार फिर अस्पतालों में मरीजों की फजीहत हो रही है.
जूडा की 6 सूत्री मांग
जूनियर डॉक्टर अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर है जिन्हें कोविड-19 अस्पतालों में और कोविड-19 केयर सेंटर में सेवाएं दे रहे जूनियर डॉक्टरों का भी साथ मिल गया है. इस परेशानि के दौर में अस्पतालों में भर्ती मरीज और उनके परिजन यही दुआ मांग रहे हैं कि जल्द से जल्द सरकार और हड़ताल पर गए डॉक्टरों की बीच बातचीत हो और कोई रास्ता निकले.