भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि, हम विधि विशेषज्ञों से सलाह ले रहे हैं, कि इस मामले की जांच कैसे कराएं. गृहमंत्री के इस बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा है कि, जैसी जांच कराना हो, जिससे कराना हो, हम तैयार हैं. पहले भी इस तरह के कदम उठाए गए हैं, लेकिन कुछ नहीं मिला है. जीतू पटवारी ने कहा कि, जांच करानी है तो, बीजेपी के 15 साल के कार्यकाल से लेकर अभी तक की करवाई जाए.
पटवारी ने मिश्रा को दिया चैलेंज
नरोत्तम मिश्रा के आरोपों का जवाब देते हुए जीतू पटवारी ने कहा है कि, 'नरोत्तम मिश्रा उस सरकार के गृह मंत्री हैं. जिस सरकार ने बनते ही मंत्रियों की कमेटी बनाई थी और कहा था कि, मंत्रियों का यह समूह पिछली सरकार में हुए घपले घोटालों की जांच करेगा. फिर मुकदमे किए जाएंगे. दोषियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा. मैं मानता हूं कि, हेडलाइन बनाना अलग बात है. क्योंकि आप चुनकर सरकार में आ गए हैं. लेकिन आपका दायित्व है कि, सकारात्मक मध्य प्रदेश बनाएं'.
उन्होंने कहा, 'नरोत्तम मिश्रा को मेरी सलाह है कि, सकारात्मक, समृद्ध मध्यप्रदेश बनाएं. बच्चियों के बलात्कार, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, मध्यप्रदेश में हत्या और अपराध पर रोक आपका दायित्व है, उसको निभाना चाहिए. कांग्रेस आपका सहयोग करना चाहती है. जहां तक भ्रष्टाचार की बात है, आप स्वतंत्र हैं. कांग्रेस की आपको चुनौती है कि, जब चाहे, जैसे चाहे, जांच कराएं.
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कर्ज के दल-दल में डूब रहा प्रदेश
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि, हम मांग करते हैं कि, विधानसभा का सत्र जल्दी से बुलाया जाएं. मध्य प्रदेश की आर्थिक स्थिति कोविड-19 की भयावह समस्याओं को लेकर आगे बढ़ा जाए. सरकार आएंगी-जाएंगी, मंत्री बनेंगे, मुख्यमंत्री बनेंगे, चले जाएंगे. सरकार प्रदेश को कर्ज में डुबो रही है. आने वाली पीढ़ियों का क्या होगा. यह प्रश्न हमारे सामने है. प्रदेश के सामने है. यहां के युवाओं के सामने हैं. नरोत्तम मिश्रा उस पर बात करें.
क्या है नरोत्तम मिश्रा का आरोप ?
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा था कि, 'हम पहले से ही कह रहे थे कि, ये सदी की सबसे भ्रष्ट सरकार है. वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना दिया था. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसलिए अपने आप को दूर किया था. बोली लग रही थी कि, कौन कितनी उगाही करेगा. अब समझ में आया कि, खजाना खाली क्यों है. महिला एवं बाल विकास विभाग के कुपोषण का पैसा कांग्रेस ने राहुल बाबा के कुपोषण को दूर करने में लगाया. समाज कल्याण का पैसा गांधी वेलफेयर में जमा हो रहा था. कमलनाथ ने जिस तरह से गरीबों का पैसा लूटा मोहम्मद गजनवी की याद आ गई. गरीबों का पैसा लूट कमलनाथ ने जघन्य अपराध किया है'. उन्होंने कमलनाथ से पूछा कि, यह वर्गीज कौन है ? मध्य प्रदेश की सरकार इस मामले में जांच कराने के लिए विधि विशेषज्ञों से सलाह लेगी.