भोपाल। रीवा-प्रयाग मार्ग पर आधी रात को प्रवासी मजदूरों पर लाठीचार्ज किया गया. अब इसको लेकर जमकर राजनीति शुरू हो गई है. विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है. प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जीतू पटवारी ने इस घटना को अमानवीय एवं निंदनीय बताया है. उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार से माफी मांगने की मांग उठाई है.
जीतू पटवारी ने कहा कि, 'महासंकट की इस घड़ी में मध्य प्रदेश की जनता करुणा का प्रतीक बनकर कर्मवीर योद्धा की तरह अपनी जान की परवाह किये बिना प्रवासी मजदूरों का जीवन बचाने में जुटी है. दूसरी तरफ सरकार ने प्रदेश का नाम कलंकित किया. सरकार को ना भूखे प्यासे मजदूरों के पैरों में छाले दिखे, ना ही उन के बच्चों के कष्ट दिखे, उल्टे उन पर भी अपराधियों की तरह लाठियां चलाई गईं. सरकार की निष्ठुर छवि को प्रदेश की जनता अपनी आंखों से देख रही है, जिसे अब जनता कभी माफ नहीं करेगी.जीतू पटवारी ने कहा की, सरकार को पुलिस के अनुचित बल प्रयोग के लिए मध्य प्रदेश की जनता से क्षमा मांगनी चाहिए'.
बता दें कि, पलायन कर रहे मजदूरों को पुलिस ने रोकना शुरु कर दिया. जिससे देखते ही देखते यहां हजारों की भीड़ जमा हो गई. इसी दौरान मजदूरों ने खाने की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. हालात को संभालने के लिए एसपी रीवा आबिद खान भी मौके पर पहुंचे, लेकिन वो आश्वासन देकर वहां से निकल गए. लेकिन जब रात 11 बजे तक मजदूरों को खाना नहीं मिला, तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया. साथ ही हाईवे को भी जाम कर दिया. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर भारी संख्या में पहुंचे पुलिस बल ने भूखे मजदूरों पर लाठीचार्ज कर दिया.