भोपाल। प्रदेश में चल रहे सियासी बवाल के बीच कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. जिसके बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. जिस पर पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और मध्यप्रदेश के पूर्व पीसीसी चीफ अरूण यादव ने ट्वीट कर सिंधिया पर निशाना साधा है.
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एक इतिहास बना था 1857 में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की मौत से, फिर एक इतिहास बना था 1967 में संविद सरकार से और आज फिर एक इतिहास बन रहा है..।
— Jitu Patwari (@jitupatwari) March 10, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
- तीनों में यह कहा गया है कि हाँ हम है....
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— Jitu Patwari (@jitupatwari) March 10, 2020
- तीनों में यह कहा गया है कि हाँ हम है....एक इतिहास बना था 1857 में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की मौत से, फिर एक इतिहास बना था 1967 में संविद सरकार से और आज फिर एक इतिहास बन रहा है..।
— Jitu Patwari (@jitupatwari) March 10, 2020
- तीनों में यह कहा गया है कि हाँ हम है....
जीतू पटवारी ने कहा है कि 'एक इतिहास बना था 1857 में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की मौत से, फिर एक इतिहास बना था 1967 में संविद सरकार से और आज फिर एक इतिहास बन रहा है... तीनों में यह कहा गया है कि हां हम हैं....
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आने वाला वक़्त अपने स्वार्थों के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के 15 वर्षों तक किए गए ईमानदारी पूर्ण जमीनी संघर्ष के बाद पाई सत्ता को अपने निजी स्वार्थों के लिए झोंक देने वाले जयचंदों - मीर जाफरों को कड़ा सबक सिखाएगा ।@INCIndia @INCMP @RahulGandhi @OfficeOfKNath
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— Arun Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) March 10, 2020आने वाला वक़्त अपने स्वार्थों के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के 15 वर्षों तक किए गए ईमानदारी पूर्ण जमीनी संघर्ष के बाद पाई सत्ता को अपने निजी स्वार्थों के लिए झोंक देने वाले जयचंदों - मीर जाफरों को कड़ा सबक सिखाएगा ।@INCIndia @INCMP @RahulGandhi @OfficeOfKNath
— Arun Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) March 10, 2020
बता दें जीतू पटवारी का ये बयान ज्योतिरादित्य सिंधिया और पीएम नरेंद्र मोदी की मुलाकात और कमलनाथ सरकार पर गहराते संकट के समय आया है. जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं.
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ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपनाए गए चरित्र को लेकर मुझे ज़रा भी अफसोस नहीं है ।
— Arun Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) March 10, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
सिंधिया खानदान ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी जिस अंग्रेज हुकूमत और उनका साथ देने वाली विचारधारा की पंक्ति में खड़े होकर उनकी मदद की थी,
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— Arun Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) March 10, 2020
सिंधिया खानदान ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी जिस अंग्रेज हुकूमत और उनका साथ देने वाली विचारधारा की पंक्ति में खड़े होकर उनकी मदद की थी,ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपनाए गए चरित्र को लेकर मुझे ज़रा भी अफसोस नहीं है ।
— Arun Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) March 10, 2020
सिंधिया खानदान ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी जिस अंग्रेज हुकूमत और उनका साथ देने वाली विचारधारा की पंक्ति में खड़े होकर उनकी मदद की थी,
वहीं पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव ने कहा कि
आने वाला वक्त अपने स्वार्थों के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के 15 वर्षों तक किए गए ईमानदारी पूर्ण जमीनी संघर्ष के बाद पाई सत्ता को अपने निजी स्वार्थों के लिए झोंक देने वाले जयचंदों- मीर जाफरों को कड़ा सबक सिखाएगा.
आज ज्योतिरादित्य ने उसी घिनौनी विचारधारा के साथ एक बार पुनः खड़े होकर अपने पूर्वजों को सलामी दी है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपनाए गए चरित्र को लेकर मुझे ज़रा भी अफसोस नहीं है. सिंधिया खानदान ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी जिस अंग्रेज हुकूमत और उनका साथ देने वाली विचारधारा की पंक्ति में खड़े होकर उनकी मदद की थी.