भोपाल। जय आदिवासी युवा संगठन ' जयस ' की 8 सितंबर को झाबुआ में महापंचायत होने जा रही है. इस महापंचायत में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों के भी हजारों की संख्या में युवा पहुंच रहे हैं. वैसे तो यह महापंचायत आदिवासी युवाओं की महापंचायत है. लेकिन इस महापंचायत पर कांग्रेस की निगाहें टिकी हुई है. दरअसल जल्द ही झाबुआ में उपचुनाव होने वाला है और जयस संगठन से इन दिनों कांग्रेस से नाराज चल रहा है. ऐसी स्थिति में जयस संगठन झाबुआ में अपने प्रत्याशी को उतारने पर विचार कर सकता है.
जयस संगठन के मुखिया और कांग्रेस विधायक डॉ. हीरालाल अलावा का कहना है कि कांग्रेस पर जयस संगठन ने बहुत विश्वास किया था. विधानसभा चुनाव में हमारे संगठन ने प्रदेश की 47 सीटों पर कांग्रेस की एकतरफा मदद की और उसमें से 31 सीटों पर कांग्रेस को जीत भी मिली. लेकिन चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस ने जिस तरह से जयस को अनदेखा किया है. वह सबके सामने हैं. लोकसभा चुनाव में हम परिणाम देख चुके हैं. उनका कहना है कि हमने एक या दो सीटें मांगी थी. कांग्रेस हमें वह भी नहीं दे पाई. लेकिन कांग्रेस अब जयस को अनदेखा कर रही है. हीरालाल का कहना है कि जयस के युवाओं को मौका दे और यदि कांग्रेस नहीं सुनेगी, तो जयस स्वतंत्र निर्णय के लिए तैयार है. झाबुआ में जयस की तरफ से उम्मीदवार मैदान में उतार सकते हैं.
डॉ. हीरालाल अलावा ने बताया कि 8 सितंबर को जयस झाबुआ में महापंचायत करने जा रहा है. जिसमें हजारों की संख्या में युवा आएंगे. उसमें राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र की भी युवा आ रहे हैं. इस महापंचायत में सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के वकील आनंद मोहन माथुर मुख्य अतिथि होंगे. इस महापंचायत में तय हो जाएगा कि झाबुआ उपचुनाव में जयस की तरफ से कोई चुनाव लड़ेगा या नहीं लड़ेगा.