जबलपुर। सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो यानी सीओडी सहकारी वेलफेयर सोसायटी में गड़बड़ी करने वाले मुख्य आरोपी को रांझी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सोसायटी का कैशियर और मुख्य आरोपी सुरेश शाह लंबे समय से फरार चल रहा था. जिसे डुमना इलाके के पास से पुलिस ने पकड़ा. इसके पहले ही पुलिस घोटाले के आरोप में सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष प्रेम किशोर तिवारी को गिरफ्तार कर चुकी है. इन दोनों पर सोसायटी के सदस्यों के नाम से लाखों रुपये का लोन निकालने और उसे हड़पने का आरोप है.
मामले का कब हुआ खुलासा: दरअसल, इसका खुलासा उस वक्त हुआ था, जब कर्मचारियों को सोसायटी ने लोन की राशि जमा करने का नोटिस भेजा था. जिसकी शिकायत कर्मचारियाें ने सीओडी प्रशासन से शिकायत की थी. जिसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए सीओडी प्रशासन ने इस घोटाले की पुलिस से शिकायत की थी. सीओडी प्रशासन की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों पर धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया. पुलिस को जांच में पता चला कि प्रेम किशोर तिवारी साल 2022 के पूर्व तक सीओडी वेलफेयर सोसायटी में अध्यक्ष के पद पर पदस्थ था. इसी दौरान प्रेम किशोर तिवारी ने तत्कालीन पूर्व प्रबंधक वीएम नायर और कैशियर सुरेश शाह से मिलीभगत कर सीओडी के कई कर्मचारियों के नाम से सोसायटी से लोन लिया और राशि हड़प ली.
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सीओडी के साथ मिलकर दिया घोटाले को अंजाम: हाल ही में सोसायटी ने सदस्य गणेश मद्रासी, उमेश कुमार शुक्ला, मुकेश विश्वकर्मा समेत अन्य को नोटिस जारी कर लोन की राशि सोसायटी में जमा कराने के निर्देश दिए. चूंकी तीनों कर्मचारियों ने सोसायटी से लोन लिया ही नहीं था. नोटिस मिलते ही तीनों सोसायटी के कार्यालय पहुंचे. जहां दस्तावेजों की जांच की गई तो जांच में पता चला कि पूर्व अध्यक्ष प्रेम किशोर तिवारी ने सीओडी में कार्यरत सुरेश शाह के साथ मिलकर घोटाले को अंजाम दिया है. जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों पर धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. पुलिस ने पूर्व अध्यक्ष रहे प्रेम किशोर तिवारी को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और मामले में फरार चल रहे एकाउंटेंट सुरेश शाह को मुखबिर की सूचना पर डुमना इलाके से गिरफ्तार किया है.