भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कलेक्टर-कमिश्नर और एसपी -आईजी से प्रदेश में अपराधों के मामले में की गई कार्रवाई की जानकारी ली. सीएम ने कहा कि प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को ढूंढकर उनके खिलाफ कार्रवाई करें. इस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा छाया रहा. इसके अलावा भू-माफिया, महिला अपराधों पर अंकुश लगाने पर सीएम का खास फोकस रहा.
क्यों उठा बांग्लादेशी घुसपैठ का मामला : गौरतलब है कि भोपाल के ऐशबाग इलाके में 4 आतंकी पकड़े गए थे. इनका बांग्लादेश से निकला, जोकि जेएमबी आतंकी संगठन से जुड़े थे. जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश यानी जेएमबी खतरनाक आतंकी संगठन है. यह कई सीरियल ब्लास्ट का जिम्मेदार रहा है. साल 2005 में इसने बांग्लादेश के 50 शहरों और कस्बों के 300 स्थानों पर करीब 500 छोटे बम विस्पोट किए थे. इसने बांग्लादेश में भी बड़े स्तर पर नरसंहार किया था. 2014 में पश्चिम बंगाल के वर्धमान बम ब्लास्ट में भी इनका हाथ था. इसमें दो लोग मारे गए थे. 2018 में बोधगया में हुए ब्लास्ट में भी इस संगठन का नाम आया था. इसके बाद भारत सरकार ने साल 2019 में इसे पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था.
बीते तीन माह में अवैध कब्जाधारियों के विरुद्ध ये कार्रवाई : भू-माफिया के विरुद्ध की गई अच्छी कार्रवाई वाले जिले ये हैं- भोपाल, खरगौन, इंदौर, झाबुआ, टीकमगढ़. भूमाफिया के विरुद्ध निम्न कार्रवाई वाले जिले ये हैं - डिंडोरी, नरसिंहपुर, सीधी, शिवपुरी, सतना,होशंगाबाद, कटनी, शाजापुर, सागर
- भूमाफिया के विरूद्ध दर्ज किये गए कुल प्रकरण - 1791
- तोडे गये अवैध अतिक्रमण की संख्या - 3814
- मुक्त कराई गई कुल भूमि - 2243.80 एकड़
- तीन माह में मुक्त कराई गई भूमि की अनुमानित कीमत - 671.61 करोड़ रुपये
- एनएसए प्रकरण (प्रस्तावित) - 5
- एनएसए प्रकरण (आदेशित)- 5
- जिला बदर प्रकरण (प्रस्तावित)- 4
- जिला बदर प्रकरण (आदेशित)- 18
मुख्यमंत्री ने ये निर्देश दिए :
- माफियाओं को पूरी तरह तोड़ दें, उनका नेटवर्क ध्वस्त कर दें.
- अपराधियों को अधिकतम सजा मिले, इसका ध्यान रखें.
- अवैध हथियारों की तलाशी हो.
- अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की तलाशी हो, सभी सतर्क रहें.
- हर जिले में हुई कार्रवाई की ग्रेडिंग हो.
- सारे जिले मुक्त की गई जमीन के आंकड़े जनता के सामने रखें. ऐसी जमीनों का उपयोग गरीबों के प्लाट काटने में होगा.
- गुंडों के खिलाफ कार्रवाई करें.
- कार्रवाई की साइंटिफिक ग्रेडिंग कीजिये.
- हमारा लक्ष्य है कि मध्यप्रदेश में अपराध खत्म हो.
- आम जनता का हौसला बढ़े, लोग अपराधियों के खिलाफ आगे आएंगे.