भोपाल। हाई कोर्ट की सड़क सुरक्षा समिति की सोमवार को शहर में बैठक हुई. इस दौरान अलग-अलग विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए. बैठक में सड़क हादसों में होने वाली मौतों को लेकर चिंता जताई गई. साथ ही इसे लेकर एक अभियान चलाने के निर्देश दिए गए. बैठक में हुई चर्चा में ये सामने आया कि 80 फीसदी से ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं में मौत का कारण तेज गति से वाहन चलाना होता है.
तेज रफ्तार सड़क हादसों की मुख्य वजह
हाई कोर्ट की सड़क सुरक्षा समिति के साथ कई मध्य प्रदेश के अधिकारियों की बैठक के बाद यह सामने आया है कि प्रदेश में सड़क हादसों की सबसे बड़ी वजह तेज रफ्तार वाहन चलाना है. 80 प्रतिशत हादसों में वाहन चालकों की मौत भी हो जाती है. बैठक में शामिल रहे पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान(PTRI) के ADG डीसी सागर ने बताया कि बैठक में साफ तौर पर कहा गया है कि सड़क हादसे को लेकर PTRI, नगर निगम, PWD समेत जो भी विभाग काम कर रहे हैं, उनके प्रयास नाकाफी है. इसलिए इस दिशा में और ज्यादा मेहनत करने की जरुरत है.
सड़क हादसों में घायलों की मदद करने वाले होंगे पुरुस्कृत
आमतौर पर देखा गया है कि जब भी कोई सड़क हादसा होता है तो लोग घायलों की मदद करने में हिचकते हैं, क्योंकि मदद करने के बाद यह लोग कानूनी शिकंजे में भी फंस जाते हैं. साथ ही गवाही और बयानों के लिए पुलिस मदद करने वालों को बार-बार परेशान करती है. लेकिन अब घायलों की मदद करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा. साथ ही उन्हें किसी भी कार्रवाई का डर नहीं होगा.
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दो श्रेणियों में दिया जाएगा पुरस्कार
इन पुरस्कारों को दो श्रेणियों में रखा गया है. पहली श्रेणी में सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करने वाले व्यक्तियों और संगठनों को पुरस्कृत किया जाएगा. वहीं दूसरी श्रेणी में दुर्घटना के दौरान महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए व्यक्तियों को पुरस्कृत किया जाएगा.
PTRI के ADG डीसी सागर ने बताया कि इसके पीछे मुख्य उद्देश्य है कि सड़क दुर्घटनाओं के शिकार व्यक्तियों को उचित सहायता देने वाले व्यक्तियों के प्रति सद्भावना प्रदर्शित हो और नैतिकता को बढ़ावा मिले.