भोपाल। राजधानी के सुखी सेवनिया और साइबर क्राइम पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते अंतरराज्यीय ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है. आरोपी जामताड़ा की तर्ज पर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. आरोपी एक लकी ड्रॉ और अन्य तरह के प्रलोभन देकर लोगों के साथ ठगी करते थे. गिरोह के सदस्यों ने कुछ दिन पहले सुखी सेवनिया में एक लड़के के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. और उससे ₹38,000 रुपए ठग लिए थे.
- बहन की शादी के लिए जमा किए थे पैसे
बता दें कि कुछ दिन पहले शहर के सुखीसेवनिया में एक मामला सामने आया था. जहां पर एक 35 वर्षीय भाई परवेज शाह ने अपनी बहन की शादी के लिए पैसे इकट्ठे किए थे. जिसे लकी ड्रॉ के नाम पर ऑनलाइन ठगों के ठग लिए, उसने पूरे मामले की शिकायत सुखीसेवनिया थाने में दर्ज कराई. जिसके बाद सुखीसेवनिया पुलिस और साइबर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और जांच में जुट गई.
- लकी ड्रॉ में 4 लाख रुपए खुलने का दिया था झांसा
बता दें कि आरोपियों ने लकी ड्रॉ के माध्यम से 4 लाख रुपए जीतने की बात पीड़ित से कही थी. उन्होंने कहा कि रकम पाने के लिए उसे 10 प्रतिशत पैसा जमा करना होगा. इसके बाद उसने 10 प्रतिशत लगभग ₹38 हजार जमा कर दिए थे. पैसे जमा करने के बाद उन्होंने फोन उठाना ही बंद कर दिया था.
- यूपी और एमपी के बॉर्डर में सक्रिय हुआ गैंग
यह गैंग यूपी और एमपी के बॉर्डर निमाड़ी जिले में सक्रिय हो गया था. इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करना पड़ी. अब निमाड़ी जिला और यूपी का बॉर्डर भी जमतारा की तर्ज पर ठगी का अड्डा बन गया है. यह गिरोह से अब तक 50 लोगों से ठगी कर चुका था. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने ठगी कर करोड़ों रुपए कमाए हैं.
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- पुलिस को ग्रामीणों ने दिया था चकमा
निवाड़ी जिले के अस्तारी गांव से पुलिस ने सभी 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन इन्हे पकड़ने में पुलिस को काफी मशक्कत भी करनी पड़ी, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ग्रामीणों की भी मदद ली गई. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य आरोपी विनोद अहिरवार है. वहीं पुलिस ने अंकित अहिरवार, अरविंद प्रजापति,राघवेंद्र यादव को गिरफ्तार किया है. फिलहाल सभी से पूछताछ की जा रही है.