भोपाल। इंदौर के बेलेश्वर मंदिर में हुए हादसे से सबक लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों की बैठक बुलाकर प्रदेश भर में ऐसी बावडियों, कुआं और खुले बोर को लेकर अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि ''भविष्य में इंदौर जैसी घटना फिर कभी नहीं होनी चाहिए. इसके लिए सभी उपाय किए जाएं. प्रदेश भर में ऐसे पुराने कुओं और बावड़ियों को लेकर सूची बनाई जाए और यह भी सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में कहीं भी बोर खुले हुए ना हों.''
सभी बावडियों को चिन्हित करें: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी जिलों के कलेक्टरों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक बुलाई. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि ''कई जगह परंपरागत और प्राचीन कुएं और बावड़ियों पर कब्जे हो गए हैं और उनको पूरी तरह से कवर कर दिया गया है. इंदौर की घटना हमें पता है, इसके बाद कई और स्थानों से इस तरह की सूचनाएं मिली हैं कि बावड़ियों पर कब्जे किए गए हैं. इंदौर की घटना में निर्दोष लोगों की जान गई है, यह बेहद दर्दनाक घटना है. इस घटना से सबक लेते हुए पूरे प्रदेश भर में ऐसी तमाम बावड़ियों और जिलों को चिन्हित कर लिया जाए. इसके अलावा आए दिन बोरवेल में बच्चों के गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं, इसलिए प्रदेश भर में ऐसे तमाम बोर की सूची तैयार कर उन्हें बंद करने का काम करें.''
जिसके बोर खुले मिले उन पर मामला दर्ज करें: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से कहा कि ''हम बोर में किसी बच्चे के गिरने का इंतजार नहीं कर सकते. इसलिए प्रदेश भर में ऐसे तमाम खुले हुए बोर को चिन्हित किया जाए, इसमें अधिकांश निजी बोर हैं. यदि कहीं खुला हुआ बोर मिले तो उसके मालिक के खिलाफ FIR दर्ज की जाए. यदि सरकारी बोर खुला हुआ मिले तो संबंधित अधिकारी कर्मचारी पर कार्रवाई की जाए''. मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र के बुजुर्गों से चर्चा कर पुराने कुओं को भी देखें. यदि उनमें पानी के बेहतर स्रोत हैं तो उनको पक्का कराएं, उनकी मुंडेर तैयार कराएं ताकि घटनाएं न हो''. गौरतलब है कि इंदौर के बेलेश्वर मंदिर में हुए हादसे में करीब 36 लोगों की जान चली गई थी.