भोपाल। भारतीय किसान संघ ने किसानों की समस्याओं को लेकर आपात बैठक कृषि उपज मंडी आयोजित की. किसानों के साथ हो रहे अत्याचार से किसान संघ नाराज है और उसकी वजह है कि पिछले तीन सालों से बैरसिया के किसानों को शासन प्रशासन से कोई भी राहत नहीं मिल रही है, जबकि सोयाबीन की फसल पूरी तरह नष्ट हो रही है, लेकिन सरकार द्वारा कोई भी राहत किसानों को नहीं दी जा रही है.
बीमा राशि में भी जिले को छोड़ दिया जाता है. किसानों के गेहूं की जो फसल सरकार ने खरीदी है, उसमें से कई किसानों को गेहूं का भुगतान आज तक नहीं मिला है. पिछले साल सोयाबीन की फसल खराब हुई थी, उसकी राहत राशि का 25 प्रतिशत खातों में डाला गयास, बाकी 75 परसेंट आज तक किसानों के खातों में नहीं डाला गया.
किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान संघ द्वारा 15 सितंबर से अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा और जब तक बैरसिया तहसील के किसानों के खातों में बीमा राशि नहीं डालेगी तब तक यह धरना जारी रहेगा.