ग्वालियर। बीजेपी में शामिल होने के बाद महाराज का ग्वालियर में बीजेपी भव्य शक्ति प्रदर्शन कराना चाह रही थी पर कोरोना के चलते ये काफी दिनों तक टलता रहा, लेकिन अब नजदीक आ रहे उपचुनाव के कारण कोरोना के बीच भी ग्वालियर में आयोजित हो रहे सदस्यता अभियान के जरिए होने जा रहा है. भाजपा आज से ग्वालियर में एक बड़े आयोजन का शुरूआत करने जा रही है, जिसमें ग्वालियर चंबल अंचल की 16 विधानसभा सीटों के लिए तीन दिवसीय सदस्यता अभियान चलाया जाएगा. आयोजन में सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद रहेंगे. लेकिन ऐसे वक्त में जब सरकार के कई मंत्री सहित खुद सीएम भी संक्रमण के शिकार हो चुके हैं, ऐसे कार्यक्रम के आयोजन में सवाल खडे होना शुरू हो गए हैं.
बीजेपी के लिए कोरोना कमाई का जरिया
बीजेपी के इस ग्रांड आयोजन को लेकर कांग्रेस ने सवाल खडे किए हैं, कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि कोरोना को लेकर सरकार द्वाभाषी परिभाषा है. अब शिवराज सरकार के लिए कोरोना कोई महामारी नहीं है बल्की उनके लिए प्रसिद्धि और भ्रष्टाचार करने का माध्यम बना हुआ है. वहीं बीजेपी नेता सरकार के बचाव में उतरती नजर आ रही है बीजेपी के प्रवक्ता आशीष अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही आरोप लगा रही है लेकिन बीजेपी अंचल में कोई भी कार्यक्रम आयोजन करेंगी तो वह सरकार और जिला प्रशासन के निर्देशों को ध्यान में रखकर करेगी.
कोरोना के बीच 10 हजार सदस्यता का दावा
बीजेपी की तरफ से दावा है इस आयोजन में 5 हजार से 10 हजार लोग सदस्यता लेंगे, वहीं दूसरी तरफ ग्वालियर चंबल अंचल में कोरोना का कोहराम भी लगातार बढ़ रहा है. रोज 50 से अधिक मरीज सामने आ रहे हैं, साथ ही हर रोज एक, दो मौतें भी हो रही हैं. ऐसे में बीजेपी के इस आयोजन के बारे में पार्टी की तरफ से कोई बोल ही नहीं रहा है और ना ही प्रशासन का कोई भी अधिकारी मुंह खोलने के लिए तैयार है, लेकिन यह बात सही है कि इस आयोजन के कारण ग्वालियर चंबल अंचल में कोरोना विस्फोट की आशंका बढ़ जाएगी.
16 विधानसभा सीटों के लिए महत्वपूर्ण
ग्वालियर में बीजेपी की तरफ से तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें खुद प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद रहेंगे. इस आयोजन में बीजेपी अंचल की 16 विधानसभा सीटों से लोगों को सदस्यता दिलाएगी, जिसमें हजारों की तादात में लोग और पार्टी के कार्यकर्ता शामिल होंगे. यह कार्यक्रम 3 दिन चलेगा और ग्वालियर के अलग-अलग स्थानों पर कार्यक्रम आयोजन होगा.
सरकार और प्रशासन खामोश
इस कार्यक्रम के लिए बीजेपी लगातार तैयारियां करने में जुटी हुई है और इसमें प्रशासन भी पूरी तरह से मदद कर रहा है. लेकिन किसी को अभी तक यह चिंता नहीं है कि इस आयोजन की वजह से इस अंचल में कोरोना संक्रमण कितनी तेजी से फैलेगा. वैसे भी ग्वालियर चंबल अंचल में कोरोना की रफ्तार काफी तेज है, यही वजह है कि कोरोना का आंकड़ा बढ़ने के साथ-साथ मौतों का आंकड़ा भी लगातार तेजी से बढ़ रहा है लेकिन कोरोना की चिंता न तो जिला प्रशासन को है और ना ही सरकार को.
एक तरफ तो सरकार व जिला प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग, धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. शादी समारोह में केवल 20 से अधिक लोगों को आने की अनुमति दी है. लेकिन इस समारोह में हजारों कार्यकर्ता एकजुट होंगे ऐसे में संक्रमण फैला तो इसका जिम्मेदार कौन होगा. इस कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है. सवाल उठता है कि अगर आयोजन के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल की उल्लंघन होता है तो प्रशासन क्या कार्रवाई करेगा.
इस समय ग्वालियर चंबल अंचल में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 4000 के आस-पास पहुंच चुका है साथ ही अब तक जिले में 40 से अधिक मौत कोरोना के कारण हो चुकी है. हालात यह है रोज 50 से अधिक कोरोना के मरीज मिल रहे हैं. हर रोज एक से दो मौत कोरोना के चलते हो रही हैं, ऐसे में इस तरह का आयोजन ग्वालियर जिले के लिए चिंता का विषय है.