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धार मॉब लिंचिंग: कांग्रेस का आरोप, 'बीजेपी नेता रमेश कुमार जूनापानी ने भीड़ को उकसाया'

धार मॉब लिंचिंग मामले में सियासत तेज हो गई है, बीजेपी के आरोपो के बाद मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बीजेपी नेता रमेश कुमार जूनापानी पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगया है.

In Dhar mob lynching case Congress has accused BJP leader Ramesh Kumar Junapani of inciting the mob
धार मॉब लिंचिंग मामले में कांग्रेस का बीजेपी पर आरोप
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Published : Feb 6, 2020, 2:39 PM IST

भोपाल। धार में हुई मॉब लिंचिंग मामले में सियासत तेज हो गई है. जहां बीजेपी सत्ताधारी कांग्रेस पर तरह-तरह के आरोप लगा रही है. तो वहीं कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने बीजेनी नेता पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया है. सलूजा ने कहा कि जिस भीड़ ने इस घटना को अंजाम दिया, उसका नेतृत्व भाजपा नेता रमेश कुमार जूनापानी कर रहे थे. जूनापानी बीजेपी के जिला मंत्री भी हैं. हालांकी आरोप प्रत्यारोप के बीच मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया है. वहीं संबंधित थाना प्रभारी सहित दो सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है.

धार मॉब लिंचिंग मामले में कांग्रेस का बीजेपी पर आरोप

नरेंद्र सलूजा ने कहा कि, हम इसे राजनीतिक रंग नहीं देना चाहते हैं, लेकिन भाजपा इस पर निम्न स्तरीय राजनीति कर रही है, हम शिवराज सिंह और गोपाल भार्गव को सच्चाई बताना चाहते हैं कि, उस भीड़ का नेतृत्व भाजपा के नेता रमेश कुमार जूनापानी कर रहे थे. भाजपा के नेता भीड़ को उकसाने का काम किया है. वह चाहते तो भीड़ को समझा सकते थे, लेकिन उन्होंने भीड़ को उकसाया. जिसके परिणाम स्वरुप यह घटना हुई है.

मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि, धार में जो घटना सामने आई है, वह बेहद दुखद घटना है. इस घटना का मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तुरंत संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ जांच के आदेश देकर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर आरोपियों को पकड़ा भी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने घायलों से मिलने के लिए मंत्री जीतू पटवारी को भेजा है.

नरेंद्र सलूजा का कहना है कि, बीजेपी इस मामले में राजनीति कर रही है. इसके पहले बीजेपी ने सागर में दलित युवक की मौत को राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया था. उन्होंने कहा कि धार की घटना को लेकर शिवराज सिंह मध्यप्रदेश में तालिबानी युग आने की बात कर रहे हैं और उनका आरोप है की मृतक और घायल लोग पुलिस को सूचना देकर गए थे. लेकिन इस मामले की सच्चाई ये है कि पुलिस को किसी तरह की सूचना नहीं दी गई. पैसे की लेनदेन के मामले में छह लोग गांव गए थे.

भोपाल। धार में हुई मॉब लिंचिंग मामले में सियासत तेज हो गई है. जहां बीजेपी सत्ताधारी कांग्रेस पर तरह-तरह के आरोप लगा रही है. तो वहीं कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने बीजेनी नेता पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया है. सलूजा ने कहा कि जिस भीड़ ने इस घटना को अंजाम दिया, उसका नेतृत्व भाजपा नेता रमेश कुमार जूनापानी कर रहे थे. जूनापानी बीजेपी के जिला मंत्री भी हैं. हालांकी आरोप प्रत्यारोप के बीच मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया है. वहीं संबंधित थाना प्रभारी सहित दो सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है.

धार मॉब लिंचिंग मामले में कांग्रेस का बीजेपी पर आरोप

नरेंद्र सलूजा ने कहा कि, हम इसे राजनीतिक रंग नहीं देना चाहते हैं, लेकिन भाजपा इस पर निम्न स्तरीय राजनीति कर रही है, हम शिवराज सिंह और गोपाल भार्गव को सच्चाई बताना चाहते हैं कि, उस भीड़ का नेतृत्व भाजपा के नेता रमेश कुमार जूनापानी कर रहे थे. भाजपा के नेता भीड़ को उकसाने का काम किया है. वह चाहते तो भीड़ को समझा सकते थे, लेकिन उन्होंने भीड़ को उकसाया. जिसके परिणाम स्वरुप यह घटना हुई है.

मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि, धार में जो घटना सामने आई है, वह बेहद दुखद घटना है. इस घटना का मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तुरंत संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ जांच के आदेश देकर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर आरोपियों को पकड़ा भी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने घायलों से मिलने के लिए मंत्री जीतू पटवारी को भेजा है.

नरेंद्र सलूजा का कहना है कि, बीजेपी इस मामले में राजनीति कर रही है. इसके पहले बीजेपी ने सागर में दलित युवक की मौत को राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया था. उन्होंने कहा कि धार की घटना को लेकर शिवराज सिंह मध्यप्रदेश में तालिबानी युग आने की बात कर रहे हैं और उनका आरोप है की मृतक और घायल लोग पुलिस को सूचना देकर गए थे. लेकिन इस मामले की सच्चाई ये है कि पुलिस को किसी तरह की सूचना नहीं दी गई. पैसे की लेनदेन के मामले में छह लोग गांव गए थे.

Intro:भोपाल। धार में हुई मोब लिंचिंग की घटना के कारण एक युवक की मौत और 5 लोगों के घायल हो जाने के मामले में सियासत तेज हो गई है। बीजेपी जहां सत्ताधारी दल कांग्रेस पर तरह-तरह के आरोप लगा रही है। तो इस मामले में कांग्रेस ने बड़ा खुलासा करते हुए आरोप लगाया है कि जिस भीड़ ने इस घटना को अंजाम दिया। उस भीड़ का नेतृत्व भाजपा के नेता रमेश कुमार जूनापानी कर रहे थे। जो विधानसभा चुनाव में बीजेपी की तरफ से टिकट के दावेदार थे और बीजेपी के जिला मंत्री भी हैं। इस मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया है। वही संबंधित थाना के थाना प्रभारी सहित दो सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है और मुख्यमंत्री ने मंत्री जीतू पटवारी को घायलों से मिलने के लिए भेजा है।


Body:मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि धार में जो घटना सामने आई है,वह बेहद दुखद घटना है।इस घटना का मुख्य मंत्री कमलनाथ ने तुरंत संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ जांच के आदेश देकर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर आरोपियों को पकड़ा है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस घटना को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताते हुए कहा है कि सभ्य समाज में ऐसी घटनाओं का कोई स्थान नहीं है।मुख्यमंत्री ने सख्त कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं और इस मामले में एक एसआईटी का गठन किया गया है। वहीं अभी तक तीन आरोपियों को पकड़ लिया गया है और मुख्यमंत्री ने घायलों से मिलने के लिए मंत्री जीतू पटवारी को भेजा है। वहीं इस मामले में संबंधित संबंधित थाना के टीआई एक ऐसा ही और एएसआई को निलंबित कर दिया गया है।

नरेंद्र सलूजा का कहना है कि यह बेहद दुखद घटना है।लेकिन बड़े शर्म की बात है कि बीजेपी लगातार इस मामले में राजनीति कर रही है। इसके पहले बीजेपी ने सागर में दलित युवक की मौत को राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया था।छिंदवाड़ा की घटना में जिस आदिवासी बालिका के साथ गैंगरेप की बात कही गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और एसआईटी जांच में बलात्कार की भी पुष्टि नहीं हुई थी। वही सागर की घटना में शिवराज सिंह आरोप लगा रहे हैं कि आरोपियों को अभी तक नहीं पकड़ा गया है। जबकि मृतक द्वारा बताए गए पांचों आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। वही धार की घटना को लेकर शिवराज सिंह मध्यप्रदेश में तालिबानी युग आने की बात कर रहे हैं और उनका आरोप है की मृतक और घायल लोग पुलिस को सूचना देकर गए थे।लेकिन इस मामले की सच्चाई यह है कि पुलिस को किसी तरह की सूचना नहीं दी गई। जबकि पैसे की लेनदेन के मामले में छह लोग गांव गए थे।


Conclusion:मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि निश्चित तौर पर यह घटना दुखद है।हम इस को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहते हैं। लेकिन भाजपा इस पर निम्न स्तरीय राजनीति कर रही है, इसलिए हमें जवाब देना आवश्यक है। हम शिवराज सिंह और गोपाल भार्गव को सच्चाई बताना चाहते हैं कि जिस भीड़ ने हिंसा की और जिस ने एक व्यक्ति को मौत के घाट उतारा और छह व्यक्तियों पर हमला किया। उस भीड़ का नेतृत्व भाजपा के नेता रमेश कुमार जूनापानी कर रहे थे। जो वहां विधानसभा चुनाव में विधायक पद के दावेदार थे और बीजेपी के जिला मंत्री भी रहे हैं। तो भाजपा के नेता हिंसा और भीड़ को उकसाने का काम कर रहे हैं। इस पूरी भीड़ का नेतृत्व रमेश कुमार जूनापानी कर रहे थे।वह चाहते तो भीड़ को समझा सकते थे, उन्होंने भीड़ को उकसाया। जिसके परिणाम स्वरुप यह घटना हुई है।भाजपा से हमारी अपील है कि लाशों पर राजनीति न करें।
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