भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दोनों राज्यों से ऑप्शन के टैंकर आ रहे हैं. ऐसे में हाल ही में हुए हादसे के बाद सरकार अब अलर्ट है. ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए नियुक्त आईएएस पी नरहरि ने ट्वीट कर सुझाव मांगे हैं कि आखिर ऑक्सीजन सप्लाई में टैंकर और ट्रेन की स्पीड और एयरलिफ्ट में सेफ्टी बाधक न बने और ज्यादा से ज्यादा आपूर्ति हो. ऐसा किस तरीके से कर सकते हैं.
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@VTankha Empty tankers are being airlifted so that turnaround time can be shortened. We are asking experts to suggest and come up with possible solutions to airlift filled LMOs.
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दरअसल, सड़क मार्ग से आने वाले ऑक्सीजन के टैंकर 50 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से ज्यादा नहीं चल सकते. तो वहीं ट्रेन की स्पीड भी करीब 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे बताई जा रही है. ऐसे में किस तरीके से सेफ्टी से समझौते किए बिना इन दोनों की स्पीड बढ़ाई जाए ताकि ऑक्सीजन समय पर पहुंच सके.
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प्रदेश को करीब 600 टन ऑक्सीजन की होगी जरूरत
मौजूदा समय में जिस तरीके से कोरोना मरीज बढ़ रहे हैं, सरकार के अनुमान के हिसाब से 30 अप्रैल तक मध्य प्रदेश को करीब 600 टन ऑक्सीजन की जरूरत होगी. जबकि वर्तमान में सरकार के पास 400 टन की आपूर्ति ही हो पा रही है. अब सरकार ऑक्सीजन को एअर लिफ्ट भी करने लगी है, ऐसे में देखना ही होगा क्या 30 अप्रैल तक सरकार ऑक्सीजन की डिमांड पूरी कर पाती है या नहीं.