भोपाल। राजधानी के बीएमएचआरसी में पिछले महीने हुए एक महिला के साथ बलात्कार मामले में पुलिस और बीएमएचआरसी प्रबंधन आमने सामने आ गए हैं. मामले में पुलिस का कहना है कि हम महिला के बताएं पते पर गए, लेकिन वहां पर कोई नहीं मिला. वहीं, मामले में गैस पीड़ित संगठन ने भी घटना स्थल में सीसीटीवी न होने और महिला वार्ड में पुरुष के जाने को लेकर सवाल खड़े किए हैं. इसके अलावा मानवाधिकार आयोग ने भोपाल डीआईजी से पूरे मामले में 10 दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है.
- यह है मामला
दरअसल, यह मामला 6 अप्रैल का है, जब बीएमएचआरसी में एक शर्मसार घटना घटित हुई थी. यहां कोरोना पॉजिटिव एक महिला के साथ वहां पर सफाई कर्मचारी ने दुष्कर्म किया और महिला की 2 दिन बाद इलाज के दौरान मौत हो गई. इस पूरे मामले में एक महीने बाद इस बात का खुलासा हुआ कि महिला के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई थी और उसकी मौत हो गई थी.
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- गैस पीड़ित संगठन ने क्या कहा?
इस पूरे मामले में गैस पीड़ित संगठन की कार्यकर्ता रचना ढींगरा ने कहा कि वहां पर सीसीटीवी कैमरे क्यों नहीं थे और महिला वार्ड में पुरुष कैसे आना-जाना कर रहा था. जब उसके ऊपर 1 दिन पूर्व ही छेड़छाड़ के आरोप लगे तो उसके बावजूद भी उसे उस वार्ड में जाने की अनुमति क्यों दी गई थी?. इस तरह के कई प्रश्न गैस पीड़ित संगठन ने सामने रखे हैं. इस पूरी अव्यवस्था को लेकर गैस पीड़ित संगठनों और विधायक आरिफ मसूद ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भी लिखा है और कार्रवाई की मांग भी की है.