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नवरात्रि की अष्टमी पर होती है मां महागौरी की पूजा, जानें विधि-विधान

आज नवरात्रि का आठवां दिन है. इस दिन भगवती महागौरी की पूजा की जाती है. माता महागौरी की पूजा से सभी पाप और विघ्नों का नाश हो जाता है.

mata mahagauri
मां महागौरी
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Published : Apr 20, 2021, 7:20 AM IST

Updated : Apr 20, 2021, 9:30 AM IST

भोपाल। चैत्र नवरात्रि का आज आठवां दिन है. जिसे अष्टमी के रूप मे भी जाना जाता है. नवरात्रि के आठवें दिन भगवती के महागौरी रूप की पूजा की जाती है. माता महागौरी की पूजा से आरोग्य की प्राप्ति होती है. सारे कष्ट दूर होते हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी ट्वीट कर अष्टमी पर मां महागौरी से प्रदेश के सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की.

  • श्वेते वृषे समारूढा, श्वेताम्बरधरा शुचि:।
    महागौरी शुभं दद्यात्, महादेवप्रमोददाद।

    चैत्र नवरात्रि में मां अम्बे के 8वें स्वरूप महागौरी से यही प्रार्थना कि प्रदेश को #COVID19 से मुक्त कर सबको सुख, समृद्धि, शांति, सौभाग्य दें।

    करुणामयी मैया की कृपा से सबका जीवन मंगलमय हो। pic.twitter.com/JaH7c4pTPY

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 20, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मां महागौरी ने देवी पार्वती रूप में भगवान शिव को पति-रूप में पाने करने के लिए कठोर तपस्या की थी. एक बार भगवान भोलेनाथ ने पार्वती जी को देखकर कुछ कह देते हैं. जिससे देवी के मन आहत हो जाता है और पार्वती जी तपस्या में लीन हो जाती हैं. इस तरह सालो तक कठोर तपस्या करने पर जब पार्वती नहीं आती तो पार्वती को खोजते हुए भगवान शिव उनके पास पहुंचते हैं. वहां पहुंचे तो वहां पार्वती को देखकर आश्चर्य चकित रह जाते हैं. पार्वती जी का रंग बेहद ओजपूर्ण होता है, उनकी छटा चांदनी के सामने सफेद दिखाई पड़ती है. वहीं मध्यप्रदेश के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी ट्विटर पर लिखा- मां महागौरी की असीम कृपा आप सभी पर बनी रहे.

  • श्वेते वृषे समरूढ़ा श्वेताम्बरधरा शुचिः।
    महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।

    मां महागौरी की असीम कृपा आप सभी पर बनी रहे। pic.twitter.com/SOfdjGybwe

    — VD Sharma (@vdsharmabjp) April 20, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

माता का स्वरूप

माता महागौरी की सवार वृषभ (बैल) है. इनका अस्त्र त्रिशूल है. इन्हें भी भगवान शिव की अर्धांगिनी के रूप में माना गया है. माता का रूप गौर वर्ण है. मान्यता है कि इस दिन यज्ञ (हवन) करने का विधान है. हवन करने से रोग दूर होते हैं. सारे कष्ट दूर होते हैं.

मां दुर्गा के नौ रूप

  • प्रथम दिवस मां शैलपुत्री
  • द्वितीय दिवस मां ब्रह्मचारिणी
  • तृतीय दिवस मां चंद्रघंटा
  • चतुर्थ दिवस मां कुष्मांडा
  • पंचमी के दिन मां स्कंदमाता
  • षष्ठी के दिन मां कात्यायनी
  • सप्तमी के दिन मां कालरात्रि
  • अष्टमी के दिन मां महागौरी
  • नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है.

नवरात्र में नहीं होंगे भक्तों को माता के दर्शन: कोरोना का लगा पहरा

माता महागौरी की आराधना के लिए इस मंत्र का जाप कर सकते हैं.

मंत्र:

श्वेते वृषे समारुढा श्वेताम्बरधरा शुचिः | महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा ||

स्तुति:

या देवी सर्वभू‍तेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

ऐसे करें पूजा

सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनें. मंदिर में आसन पर बैठ जाएं. फिर माता का आवाहन करें. इसके बाद माता महागौरी की षोडषोपचार (आवाहन, आसन, पाद्य, अर्घ्य, आचमन, स्नान, वस्त्र, उपवस्त्र, गंध, पुष्प, धूम, दीप, नैवेद्य, आरती, नमस्कार, पुष्पांजलि) से पूजा करें. पूजा के दौरान मंत्रों का जाप करें. अष्टमी के दिन महिलाएं अपने सुहाग के लिए देवी मां को चुनरी भेंट करती हैं.

भोपाल। चैत्र नवरात्रि का आज आठवां दिन है. जिसे अष्टमी के रूप मे भी जाना जाता है. नवरात्रि के आठवें दिन भगवती के महागौरी रूप की पूजा की जाती है. माता महागौरी की पूजा से आरोग्य की प्राप्ति होती है. सारे कष्ट दूर होते हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी ट्वीट कर अष्टमी पर मां महागौरी से प्रदेश के सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की.

  • श्वेते वृषे समारूढा, श्वेताम्बरधरा शुचि:।
    महागौरी शुभं दद्यात्, महादेवप्रमोददाद।

    चैत्र नवरात्रि में मां अम्बे के 8वें स्वरूप महागौरी से यही प्रार्थना कि प्रदेश को #COVID19 से मुक्त कर सबको सुख, समृद्धि, शांति, सौभाग्य दें।

    करुणामयी मैया की कृपा से सबका जीवन मंगलमय हो। pic.twitter.com/JaH7c4pTPY

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 20, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मां महागौरी ने देवी पार्वती रूप में भगवान शिव को पति-रूप में पाने करने के लिए कठोर तपस्या की थी. एक बार भगवान भोलेनाथ ने पार्वती जी को देखकर कुछ कह देते हैं. जिससे देवी के मन आहत हो जाता है और पार्वती जी तपस्या में लीन हो जाती हैं. इस तरह सालो तक कठोर तपस्या करने पर जब पार्वती नहीं आती तो पार्वती को खोजते हुए भगवान शिव उनके पास पहुंचते हैं. वहां पहुंचे तो वहां पार्वती को देखकर आश्चर्य चकित रह जाते हैं. पार्वती जी का रंग बेहद ओजपूर्ण होता है, उनकी छटा चांदनी के सामने सफेद दिखाई पड़ती है. वहीं मध्यप्रदेश के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी ट्विटर पर लिखा- मां महागौरी की असीम कृपा आप सभी पर बनी रहे.

  • श्वेते वृषे समरूढ़ा श्वेताम्बरधरा शुचिः।
    महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।

    मां महागौरी की असीम कृपा आप सभी पर बनी रहे। pic.twitter.com/SOfdjGybwe

    — VD Sharma (@vdsharmabjp) April 20, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

माता का स्वरूप

माता महागौरी की सवार वृषभ (बैल) है. इनका अस्त्र त्रिशूल है. इन्हें भी भगवान शिव की अर्धांगिनी के रूप में माना गया है. माता का रूप गौर वर्ण है. मान्यता है कि इस दिन यज्ञ (हवन) करने का विधान है. हवन करने से रोग दूर होते हैं. सारे कष्ट दूर होते हैं.

मां दुर्गा के नौ रूप

  • प्रथम दिवस मां शैलपुत्री
  • द्वितीय दिवस मां ब्रह्मचारिणी
  • तृतीय दिवस मां चंद्रघंटा
  • चतुर्थ दिवस मां कुष्मांडा
  • पंचमी के दिन मां स्कंदमाता
  • षष्ठी के दिन मां कात्यायनी
  • सप्तमी के दिन मां कालरात्रि
  • अष्टमी के दिन मां महागौरी
  • नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है.

नवरात्र में नहीं होंगे भक्तों को माता के दर्शन: कोरोना का लगा पहरा

माता महागौरी की आराधना के लिए इस मंत्र का जाप कर सकते हैं.

मंत्र:

श्वेते वृषे समारुढा श्वेताम्बरधरा शुचिः | महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा ||

स्तुति:

या देवी सर्वभू‍तेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

ऐसे करें पूजा

सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनें. मंदिर में आसन पर बैठ जाएं. फिर माता का आवाहन करें. इसके बाद माता महागौरी की षोडषोपचार (आवाहन, आसन, पाद्य, अर्घ्य, आचमन, स्नान, वस्त्र, उपवस्त्र, गंध, पुष्प, धूम, दीप, नैवेद्य, आरती, नमस्कार, पुष्पांजलि) से पूजा करें. पूजा के दौरान मंत्रों का जाप करें. अष्टमी के दिन महिलाएं अपने सुहाग के लिए देवी मां को चुनरी भेंट करती हैं.

Last Updated : Apr 20, 2021, 9:30 AM IST
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