भोपाल। राजधानी में लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए और हर तरह की सुविधा घर पर ही उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए थे. इसके लिए कलेक्टर तरुण पिथोड़े के निर्देशन में होम डिलीवरी की व्यवस्था शुरू की गई थी. जिसे जनता ने भी इसे बेहतर तरीके से स्वीकार किया है. लॉक डाउन में 6 लाख 40 हजार से अधिक घरों में किराना और दूसरे समान की होंम डिलेवरी कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है. कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने सभी व्यापारियों से अपील की है कि बगैर मास्क के किसी को भी सामान विक्रय न किया जाए .
खाद्य सुरक्षा विभाग के अनुसार औसतन 20 लाख से अधिक लोगों ने घर बैठकर इस सुविधा का लाभ लिया. जिससे शहर में कोरोना संक्रमण को रोकने में महत्वपूर्ण मदद मिली है. सभी ने ऑनलाइन, फोन और एप्प के माध्यम से आर्डर कर सुरक्षित रहते हुए घरों में समान की डिलेवरी मंगाई है. इसके लिए विभाग के अधिकरियो ने लगातार जांच, आरोग्य सेतु, मास्क और हाइजीन रखते हुए लोगों तक समान पहुचाने के लिये बेहतर व्यवस्था बनाई है.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी डीके वर्मा ने बताया कि प्रतिदिन 16 घण्टे खाद्य विभाग के लोगों ने काम किया. एक-एक शिकायत को संज्ञान में लिया, दुकानों और स्टोर्स पर बेहतर समन्वय के साथ सभी सुरक्षा मानकों का पालन कराया गया. इतनी बड़ी चैन को चलाने के बाद भी कही भी संक्रमण फैलाने की घटना नही हुई. कंटेनमेंट ज़ोन से किसी को पूरी तरह प्रतिबंधित रखतें हुए सभी काम किए गए हैं.
होम डिलेवरी की सुविधा मिलने से शहर के नागरिक घरों से बाहर नही निकले, जिससे संक्रमण फैलने की संभावना भी कम हुई. पूर्व में कलेक्टर तरूण पिथोड़े ने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को प्रतिदिन इन स्टोर के निरीक्षण करने, सोशल डिस्टेंस मेन्टेन करने, गुणवत्ता पूर्ण खाद्य सामग्री विक्रय करने के निर्देश दिये थे. भोपाल कलेक्टर ने एक बार फिर सभी व्यापारियों से अपील की है कि किसी भी तरह की लापरवाही ना करें. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ मास्क का उपयोग जरूर करें अन्यथा दुकानदार के खिलाफ कार्यवाही भी की जा सकती है.