भोपाल। लोकसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी, जिस पर कांग्रेस पार्टी के दिग्गजों ने उन्हें पद न छोड़ने के लिए कहा. लेकिन एक शख्स थे जिन्होंने अपने पत्र में राहुल गांधी के फैसले का सम्मान करने की बात कही थी. यहां तक कि इस जिम्मेदारी को खुद उठाने की पेशकश भी की थी.
ये शख्स हैं पूर्व ये हॉकी खिलाड़ी असलम शेरखान, जो कि राजनीति की दुनिया का जाना-पहचाना नाम हैं. राहुल गांधी ने कहा था कि वो इस कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देना चाहते हैं, वो चाहते हैं कि गांधी परिवार के बाहर का कोई शख्स इस पद को ग्रहण करे और पार्टी की कमान संभाले. तब असलम ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर कहा था कि अगर वो अध्यक्ष बने रहना चाहते हैं तो ठीक है, लेकिन अगर वो पद छोड़ना चाहते हैं तो वो कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए तैयार हैं.
असलम ने अपने पत्र में लिखा था कि कांग्रेस को इस समय एक साहस की जरूरत है. इस घड़ी में किसी को आगे आना होगा. अगर राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष रहना चाहें तो वह रह सकते हैं, लेकिन अगर वो सोचते हैं कि किसी और को इस पद को संभालना चाहिए तो उनके फैसले का सम्मान होना चाहिए. अगर राहुल नेहरू-गांधी परिवार से बाहर किसी को ये जिम्मेदारी देना चाहते हैं, तो वो खुद ये जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हैं. उन्होंने पत्र में दो साल का समय मांगा था. उन्होंने लिखा था कि इस समय कांग्रेस को एक बार फिर से राष्ट्रवाद से जोड़ने की जरूरत है.