भोपाल। देशभर में राम मंदिर निर्माण को लेकर धन संग्रह अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन धन संग्रह अभियान में मध्यप्रदेश के मालवा अंचल के मंदसौर, उज्जैन, इंदौर में सांप्रदायिक घटना देखने को मिली है, जिसको लेकर दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. इन्हीं सांप्रदायिक हमलों को लेकर एसोसिएशन आफ प्रोटक्शन आफ सिविल राइट्स की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने हिंसा ग्रस्त इलाकों का दौरा किया
पूर्व सुनियोजित था मालवा अंचल हिंसा
जो टीम हिंसा ग्रस्त इलाकों में दौरा करने गई थी, उसमें सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता समेत सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे. टीम में शामिल एडवोकेट एहतेशाम हाशमी ने भोपाल में मीडिया से बात करते हुए मालवा अंचल की हिंसा के पूर्व नियोजित होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि लोगों से बात करने और हिंसा प्रभावित स्थानों का दौरा करने से यह साफ हुआ है कि हिंसा सामान्य नहीं थी, यह पूर्व सुनियोजित थी और जो हिंदू संगठनों द्वारा रची गई थी.
सुप्रीम कोर्ट का खटखटाएंगे दरवाजा
टीम के सदस्यों ने पूरी घटना को लेकर रिटायर्ड जजों की टीम गठित कर पूरे मामले की जांच करने की मांग रखी. साथ ही सदस्यों का कहना है कि इसको लेकर वह हाईकोर्ट भी जाएंगे. अगर इस मामले में उन्हें न्याय नहीं मिलता है तो सुप्रीम कोर्ट में पिटिशन भी दाखिल करेंगे.