भोपाल। राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण लोगों में तनाव भी देखा जा रहा है. तनाव से ग्रस्त लोगों के लिए शासन और प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी तो किया, लेकिन इसमें एक बड़ी भूल सामने आई है. दरअसल अधिकारियों ने मनोवैज्ञानिक परामर्श के लिए नंबर देने के बजाए पहले से आवंटित मध्यप्रदेश शिक्षा मंडल के 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के लिये बनाई गई हेल्पलाइन नंबर को जारी कर दिया. लेकिन बाद में इस भूल को सुधार लिया गया है.
कोरोना महामारी के कारण बढ़ रहे अवसाद के मामले
कोरोना की परेशानियों के चलते अब प्रशासनिक अधिकारी भी परेशान हो गए हैं. उन्हें भी यह समझ में नहीं आ रहा कि क्या करें और क्या ना करें. जिला प्रशासन ने कोरोना के कारण अवसाद ग्रस्त लोगों को और उनके परिजनों को मनोवैज्ञानिक परामर्श देने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. यह नंबर है 1800-233-0175 है. नंबर जारी करते समय जिम्मेदार अधिकारी यह भूल गए कि यह नंबर वो पहले ही मध्यप्रदेश शिक्षा मंडल के 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के लिये बनाई गई हेल्पलाइन को आवंटित कर चुके हैं. इस नंबर पर फोन करने पर यह नंबर बोर्ड ऑफिस की हेल्प डेस्क पर लगता है. लेकिन इस भूल को सुधार लिया गया है.
ग्वालियर में ऑक्सीजन की कमी से फिर मौतें, विधायक का दावा 10 मरे, प्रशासन का इनकार
मनोवैज्ञानिक परेशानी का होगा इलाज
संस्थागत क्वारंटाइन या होम आइसोलेट किए गए व्यक्तियों और उनके परिजनों को भी इस सुविधा के जरिए अपनी मनोवैज्ञानिक परेशानी का समाधान विशेषज्ञ करते है. लॉकडाउन के कारण अकेलेपन या एक ही स्थान पर रहने के कारण तनाव ग्रस्त हुए लोगों ने भी अपने मन की बात विशेषज्ञों से साझा की. और उन्हें तनावमुक्ति के लिए उचित परामर्श दिया गया है.