भोपाल। पिछले 4 दिनों से अपनी मांगों को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मी आज स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी से मिलने पहुंचे. आंदोलनरत अस्थाई तौर पर नियुक्त हुए संविदा कर्मचारी आज अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी से मिलने पहुंचे और नियमित रूप से नियुक्त करने के लिए ज्ञापन सौंपा.
स्वास्थ्य मंत्री नहीं सुन रहे बात
कोविड-19 स्वास्थ्य संगठन प्रदेश के उपाध्यक्ष योगेश रघुवंशी ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री से हमारी मुलाकात तो हुई है, लेकिन वह हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है. मीडिया के सामने तो वह कह रहे हैं कि हम कोरोना योद्धाओं का सम्मान करते हैं. लेकिन जब हम उनसे मिलने पहुंचे तो हमें ऐसा लगा कि उनका व्यवहार हमारे लिए किसी सड़क छाप की तरह रहा. वह हमारी मांग को बिल्कुल भी गम्भीर मांग नहीं समझ रहे है. अगर 2 से 3 दिनों में हमारी मांगे नहीं मानी जाती है और कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया जाता है तो पूरे प्रदेशभर में संविदा कर्मचारियों के साथ काम बंद हड़ताल की जाएगी.
जो सम्भव होगा वहीं करेंगे
वहीं इस पूरे मामले पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी का कहना है कि मैंने इन सभी कर्मचारियों से मुलाकात की है जो संभव होगा वह किया जाएगा.
बुधवार से है आंदोलनरत
बता दें कि कोरोना काल में पैरामेडिकल स्टॉफ की कमी को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जरिए अस्थाई तौर पर इन कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी. फिर इन्हें हटा दिया गया. इन सभी हटाए गए कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें नियुक्त किया जाए. जिसे लेकर वह सभी बुधवार से ही राजधानी भोपाल में आंदोलन कर रहे हैं. गुरुवार को आंदोलन के दौरान उन पर लाठीचार्ज भी किया गया था. जिसके बाद से ही प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी सभी कर्मचारियों से मुलाकात कर आश्वासन दिया था कि इन के हित में काम किया जाएगा और आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी इस बारे में पत्र लिखा है.