भोपाल। एमपी में अब तक के इतिहास में एकमात्र महिला चीफ सेक्रेटरी निर्मला बुच रही हैं, लेकिन अब तक कोई भी महिला अफसर डीजीपी के पद तक नहीं पहुंच पाई है. जबकि अब तक एमपी में 31 पुरुष अफसर डीजीपी की कुर्सी संभाल चुके हैं. अब यदि जिलों में कमान की बात करें तो सबसे बड़ा और पॉवरफुल ओहदा कलेक्टर का होता है.
जनसंपर्क पर अपडेट सूची: इस समय एमपी के 52 जिलों में से 7 में ही महिला अफसर के पास कलेक्टरी है. यानी महज 14 फीसदी. एमपी जनसंपर्क पर अपडेट सूची के अनुसार झाबुआ में रजनी सिंह, बुरहानपुर में भव्या मित्तल, अशोक नगर में उमा माहेश्वरी आर, शहडोल में वंदना वैद्य, नरसिंहपुर में रिजु बाफना, छिंदवाड़ा में शीतला पटले और मंडला में हर्षिका सिंह कलेक्टर के रूप में पदस्थ हैं. जबकि संभागायुक्त के पद पर तो एक भी महिला नहीं है.
एमपी पुलिस वेबसाइट पर अपलोड सूची: अब यदि पुलिस की बात करें तो जिले में सबसे बड़ा पद पुलिस अधीक्षक यानी एसपी का होता है. एमपी पुलिस की वेबसाइट पर अपलोड सूची में 52 जिलों में से केवल 4 में ही महिला एसपी दिखाई दी. इनमें भोपाल के रुरल एरिया में किरण लता केरकट्टा एसपी हैं. तो शहरी क्षेत्र में जोन 2 की डीसीपी श्रद्धा तिवारी पदस्थ हैं. जबकि जिलों में से केवल बैतूल में सिमाला प्रसाद और विदिशा में मोनिका शुक्ला ही पुलिस अधीक्षक के पद को सुशोभित कर रही हैं. जोन में मुखिया की बात करें तो केवल नर्मदापुरम जोन में दीपिका सूरी आईजी के रूप में पदस्थ हैं.
ओवर ऑल संख्या बेहद कम: एमपी में आईएएस और आईपीएस की ग्रेडेशन लिस्ट के अनुसार कुल 606 ब्यूरोक्रेटस हैं. हालांकि ग्रेडेशन लिस्ट जारी होने की तारीख से अब तक कुछ अफसर रिटायर्ड हुए हैं और कुछ नए आए हैं. ऐसे में यह संख्या कम या ज्यादा हो सकती है. लेकिन अधिकृत सूची यही है. इसलिए इसे आधार माने तो एमपी में 3 जनवरी 2023 को भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसरों की ग्रेडेशन लिस्ट जारी हुई थी. इसके हिसाब से कुल 359 आईएएस एमपी में पदस्थ हैं. इनमें से महिला अफसर केवल 78 हैं, यानी 22 परसेंट. वहीं भारतीय पुलिस सेवा की 1 जनवरी 2022 की ग्रेडेशन लिस्ट के अनुसार 247 आईपीएस हैं. इनमें से 25 महिला अफसर हैं, यानी करीब 25 फीसदी.