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कोरोना मरीजों के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जारी किए दिशा-निर्देश - कोरोना संक्रमण

कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं.

कोरोना गाइडलाइन
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Published : Apr 22, 2021, 10:51 PM IST

भोपाल। राजधानी में कोरोना के गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके इसके लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने सभी कोविड अस्पतालों के मरीजों के लिए नई गाइड लाइन जारी की है. जिसमें जिन संक्रमित मरीजों का स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है उन्हें डॉक्टर की रिपोर्ट के अनुसार आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जा सकता है. साथ ही गंभीर मरीजों को हाई फ्लो ऑक्सीजन बेड पर इलाज देने के निर्देश दिए हैं. जिससे अधिक से अधिक मरीजों को बेहतर इलाज दिया जा सके.

कोरोना मरीजों के लिए दिशा-निर्देश

कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे अस्पतालों के लिए जारी किए गये निर्देशों के अनुसार, मरीजों को आई.सी यू. से ऑक्सीजन बिस्तर, ऑक्सीजन बिस्तर से सामान्य बिस्तर अथवा होम आईसोलेशन में त्वरित रूप से स्थानांतरित किया जाए. ऑक्सीजन का युक्तिसंगत रूप से आवश्यकतानुसार उपयोग किया जाए, तथा भंडारण व स्थानांतरण में लीकेज इत्यादि से इसके अपव्यय से बचा जाए. कोरोना से संक्रमितों की बढ़ती संख्या से चिकित्सालयों में उपलब्ध ऑक्सीजन के उचित उपयोग किए जाना आवश्यक हैं.


ऑक्सीजन के उपयोग के लिए भी गाइडलाइन जारी

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कोविड रोगियों के ट्रांसफर हेतु मापदण्ड जारी किये गए हैं. इसमें स्पष्ट किया गया हैं कि यदि भर्ती रोगी को बुखार न हो एवं बगैर ऑक्सीजन सपोर्ट के ऑक्सीजन सेचुरेशन 95% से अधिक हो तो ऐसे स्थिर रोगियों को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल से संस्था के (डीसीएचसी) में 'डाउन ट्रांसफर' करने का निर्णय चिकित्सकीय दल द्वारा रोगी के स्थिति के पूर्ण आंकलन के उपरांत ले सकता है. साथ ही जिन मरीजों का ऑक्सीजन लेवल 95 % है उन्हे ऑक्सीजन की कोई आवश्यकता नहीं है. ऐसे मरीजों को हवादार कक्ष एवं क्रॉस-वेंटीलेटर रखें, सामान्य फेस मास्क का उपयोग करें. रोगी को सांस लेने हेतु प्रोत्साहित करें, दूसरों से 3 फीट की दूरी बनाये रखें.

इसके इलावा जिन मरीजों में ऑक्सीजन लेवल SPO2 90< 94 % उन्हें तत्काल ऑक्सीजन थेरेपी प्रारभ करें. साथ ही ऑक्सीजन फ्लो 1-2 लीटर, मिनट के मान से नियंत्रित कर SPO2 > 94 % होना लक्षित करें. इस हेतु Nasal Canula / Pongs ( Effective Fi02 ~ 40 % ) Venturi Mask अथवा High simple Face Mask ( Effective FiO2 ~ 60 % का उपयोग किया जाए. SPO2 < 90 % तत्काल ऑक्सीन थेरेपी शुरू करें. वर्तमान परिदृश्य में उपलब्ध संसाधनों का तर्कसंगत उपयोग अति आवश्यक हैं, ताकि कोविड रोगियों की बढ़ती हुई संख्या को आवश्कतानुसार ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा सके.

भोपाल। राजधानी में कोरोना के गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके इसके लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने सभी कोविड अस्पतालों के मरीजों के लिए नई गाइड लाइन जारी की है. जिसमें जिन संक्रमित मरीजों का स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है उन्हें डॉक्टर की रिपोर्ट के अनुसार आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जा सकता है. साथ ही गंभीर मरीजों को हाई फ्लो ऑक्सीजन बेड पर इलाज देने के निर्देश दिए हैं. जिससे अधिक से अधिक मरीजों को बेहतर इलाज दिया जा सके.

कोरोना मरीजों के लिए दिशा-निर्देश

कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे अस्पतालों के लिए जारी किए गये निर्देशों के अनुसार, मरीजों को आई.सी यू. से ऑक्सीजन बिस्तर, ऑक्सीजन बिस्तर से सामान्य बिस्तर अथवा होम आईसोलेशन में त्वरित रूप से स्थानांतरित किया जाए. ऑक्सीजन का युक्तिसंगत रूप से आवश्यकतानुसार उपयोग किया जाए, तथा भंडारण व स्थानांतरण में लीकेज इत्यादि से इसके अपव्यय से बचा जाए. कोरोना से संक्रमितों की बढ़ती संख्या से चिकित्सालयों में उपलब्ध ऑक्सीजन के उचित उपयोग किए जाना आवश्यक हैं.


ऑक्सीजन के उपयोग के लिए भी गाइडलाइन जारी

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कोविड रोगियों के ट्रांसफर हेतु मापदण्ड जारी किये गए हैं. इसमें स्पष्ट किया गया हैं कि यदि भर्ती रोगी को बुखार न हो एवं बगैर ऑक्सीजन सपोर्ट के ऑक्सीजन सेचुरेशन 95% से अधिक हो तो ऐसे स्थिर रोगियों को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल से संस्था के (डीसीएचसी) में 'डाउन ट्रांसफर' करने का निर्णय चिकित्सकीय दल द्वारा रोगी के स्थिति के पूर्ण आंकलन के उपरांत ले सकता है. साथ ही जिन मरीजों का ऑक्सीजन लेवल 95 % है उन्हे ऑक्सीजन की कोई आवश्यकता नहीं है. ऐसे मरीजों को हवादार कक्ष एवं क्रॉस-वेंटीलेटर रखें, सामान्य फेस मास्क का उपयोग करें. रोगी को सांस लेने हेतु प्रोत्साहित करें, दूसरों से 3 फीट की दूरी बनाये रखें.

इसके इलावा जिन मरीजों में ऑक्सीजन लेवल SPO2 90< 94 % उन्हें तत्काल ऑक्सीजन थेरेपी प्रारभ करें. साथ ही ऑक्सीजन फ्लो 1-2 लीटर, मिनट के मान से नियंत्रित कर SPO2 > 94 % होना लक्षित करें. इस हेतु Nasal Canula / Pongs ( Effective Fi02 ~ 40 % ) Venturi Mask अथवा High simple Face Mask ( Effective FiO2 ~ 60 % का उपयोग किया जाए. SPO2 < 90 % तत्काल ऑक्सीन थेरेपी शुरू करें. वर्तमान परिदृश्य में उपलब्ध संसाधनों का तर्कसंगत उपयोग अति आवश्यक हैं, ताकि कोविड रोगियों की बढ़ती हुई संख्या को आवश्कतानुसार ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा सके.

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