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अतिथि विद्वानों का अनोखा प्रदर्शन, भैंस के आगे बजाई बीन, राज्यपाल से मांगी आत्मदाह की अनुमति

भोपाल में नियमितीकरण को लेकर अतिथि विद्वानों ने भैंस के आगे बीन बजाकर सरकार को नींद से जगाने की कोशिश की.

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Published : Dec 15, 2019, 7:46 PM IST

Guest scholars staged a sit-in protest against the government in Bhopal
अतिथि विद्धानों ने बजाई भैंस के आगे बीन

भोपाल। शहर में पिछले पांच दिनों से धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों ने भैंस के आगे बीन बजाकर सरकार को नींद से जगाने की कोशिश की. बता दें कि अतिथि विद्वानों का नियमितीकरण को लेकर प्रदर्शन जारी है. साथ ही उनका कहना है कि जब तक उन्हें लिखित में आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा.

अतिथि विद्वानों का अनोखा प्रदर्शन

सरकार को नींद से जगाने की कोशिश
पिछले 5 दिनों से नियमितीकरण की मांग को लेकर धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों ने भैंस को कांग्रेस सरकार बताया और कहा कि कांग्रेस सरकार भी भैंस की तरह हो गई है. हम पिछले 5 दिनों से कड़कती ठंड और बारिश में अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. बावजूद कांग्रेस सरकार का एक भी आला अधिकारी और मंत्री हमसे मुलाकात करने नहीं आया.

राज्यपाल से मांगी आत्मदाह की अनुमति
वहीं सबने राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र लिखकर आत्मदाह की अनुमति मांगी है. अतिथि विद्वानों का कहना है कि सरकार ने एक हजार पीएससी चयनितों को पोस्टिंग दे दी है और हम एक हजार अतिथि विद्वानों को सरकार ने बेरोजगार कर दिया है. हम सालों से महाविद्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं अब हमारे पास आत्मदाह करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा.

भोपाल। शहर में पिछले पांच दिनों से धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों ने भैंस के आगे बीन बजाकर सरकार को नींद से जगाने की कोशिश की. बता दें कि अतिथि विद्वानों का नियमितीकरण को लेकर प्रदर्शन जारी है. साथ ही उनका कहना है कि जब तक उन्हें लिखित में आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा.

अतिथि विद्वानों का अनोखा प्रदर्शन

सरकार को नींद से जगाने की कोशिश
पिछले 5 दिनों से नियमितीकरण की मांग को लेकर धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों ने भैंस को कांग्रेस सरकार बताया और कहा कि कांग्रेस सरकार भी भैंस की तरह हो गई है. हम पिछले 5 दिनों से कड़कती ठंड और बारिश में अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. बावजूद कांग्रेस सरकार का एक भी आला अधिकारी और मंत्री हमसे मुलाकात करने नहीं आया.

राज्यपाल से मांगी आत्मदाह की अनुमति
वहीं सबने राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र लिखकर आत्मदाह की अनुमति मांगी है. अतिथि विद्वानों का कहना है कि सरकार ने एक हजार पीएससी चयनितों को पोस्टिंग दे दी है और हम एक हजार अतिथि विद्वानों को सरकार ने बेरोजगार कर दिया है. हम सालों से महाविद्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं अब हमारे पास आत्मदाह करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा.

Intro:पिछले 5 दिनों से धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों ने भैंस के आगे बीन बजाकर सरकार को नींद से जगाने की कोशिश की राजधानी के शैतानी पार्क में अतिथि विद्वानों का प्रदर्शन जारी है अतिथि विद्वानों का कहना है जब तक उन्हें लिखित में आश्वासन नहीं मिलेगा अतिथि विद्वानों का आंदोलन जारी रहेगाBody:राजधानी के शाहजहानी पार्क में पिछले 5 दिनों से नियमितीकरण की मांग को लेकर धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों ने आज भैंस के आगे बीन बजाई अतिथि विद्वानों ने भैंस को कांग्रेस सरकार बताया और कहा कांग्रेस सरकार भी भैंस की तरह हो गई है जिस तरह हम पिछले 5 दिनों से कड़कती ठंड और बारिश में अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं और कांग्रेस सरकार का एक भी आला अधिकारी और मंत्री हमसे मुलाकात करने नहीं आया यह बताता है कि सरकार भी भैंस की तरह हो गई है हम बीन बजा रहे हैं लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही...
27 नवंबर को छिंदवाड़ा से पैदल यात्रा कर अतिथि विद्वान भोपाल के शाहजनी पार्क में एकत्रित हुए और पिछले 5 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं अतिथि विद्वानों को धरना खत्म करने का अल्टीमेटम भी सरकार की तरफ से मिल चुका है लेकिन अतिथि विद्वान अपनी जिद पर अड़े हुए हैं कि जब तक उन्हें लिखित में आश्वासन नहीं मिलेगा वे वहां से हिलेंगे भी नहीं।
वहीं अब अतिथि विद्वानों ने राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र लिखकर आत्मदाह की अनुमति मांगी है अतिथि विद्वानों का कहना है कि सरकार ने एक हजार पीएससी चेयनितो को पोस्टिंग दे दी है और हम एक हजार अतिथि विद्वानों को सरकार ने बेरोजगार कर दिया है हम सालों से महाविद्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं अब हमारे पास आत्मदाह करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा।

बाइट- अजय यादव अतिथि विद्धानConclusion:राजधानी के शाहजहानी पार्क में पिछले 5 दिनों से धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों ने आज भैंस के आगे बीन बजाकर सरकार को नींद से जगाने की कोशिश की
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