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48 घंटे से अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष कर रहे आमरण अनशन, तबीयत बिगड़ी

राजधानी भोपाल के शाहजहानी पार्क में नियमितीकरण की मांग को लेकर आमरण अनशन कर रहे अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील परिहार की तबीयत बिगड़ने लगी है.

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Published : Feb 10, 2020, 8:01 AM IST

Updated : Feb 10, 2020, 8:23 AM IST

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अतिथि शिक्षक कर रहे आमरण अनशन

भोपाल। राजधानी भोपाल के शाहजहानी पार्क में पिछले 50 दिनों से नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शन लगातार जारी है, अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील परिहार पिछले 48 घंटों से आमरण अनशन कर रहे हैं, जिसकी वजह से उनकी तबीयत भी बिगड़ने लगी है.

अतिथि शिक्षक कर रहे आमरण अनशन

डॉक्टरों ने भी उनका स्वास्थ्य का परीक्षण किया है, साथ ही उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट करने की सलाह दी है, पर उन्होंने एडमिट होने से मना कर दिया है. उनका कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मान लेती, तब तक यहां से किसी भी हाल में कोई भी अतिथि शिक्षक नहीं हटेगा, जब तक नियमितीकरण का आदेश नहीं मिल जाता और तब तक वे अनशन करते रहेंगे.

अतिथि शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने उन्हें प्रमोशन देने की जगह बेरोजगार कर दिया है, जिसके लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ रहा है. यही वजह है कि 50 दिनों से राजधानी में अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि आमरण अनशन के दौरान भले ही उनकी जान चली जाए, लेकिन वे पीछे हटने वाले नहीं है.

भोपाल। राजधानी भोपाल के शाहजहानी पार्क में पिछले 50 दिनों से नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शन लगातार जारी है, अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील परिहार पिछले 48 घंटों से आमरण अनशन कर रहे हैं, जिसकी वजह से उनकी तबीयत भी बिगड़ने लगी है.

अतिथि शिक्षक कर रहे आमरण अनशन

डॉक्टरों ने भी उनका स्वास्थ्य का परीक्षण किया है, साथ ही उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट करने की सलाह दी है, पर उन्होंने एडमिट होने से मना कर दिया है. उनका कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मान लेती, तब तक यहां से किसी भी हाल में कोई भी अतिथि शिक्षक नहीं हटेगा, जब तक नियमितीकरण का आदेश नहीं मिल जाता और तब तक वे अनशन करते रहेंगे.

अतिथि शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने उन्हें प्रमोशन देने की जगह बेरोजगार कर दिया है, जिसके लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ रहा है. यही वजह है कि 50 दिनों से राजधानी में अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि आमरण अनशन के दौरान भले ही उनकी जान चली जाए, लेकिन वे पीछे हटने वाले नहीं है.

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स्ट्रिंगर भोपाल मनीष पटेरिया


अतिथि शिक्षकों के धरने को 50 दिन पूरे, 48 घंटे से प्रदेश अध्यक्ष कर रहे आमरण अनशन ,तबीयत बिगड़ी



भोपाल | राजधानी के शाहजहानी पार्क में पिछले 50 दिनों से नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शन लगातार जारी है अतिथि शिक्षकों के प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा पिछले 48 घंटों से लगातार आमरण अनशन किया जा रहा है इसकी वजह से उनकी अब तबीयत भी बिगड़ने लगी है दिन-रात डॉक्टरों ने भी उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया है साथ ही उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट होने की सलाह दी गई है लेकिन उन्होंने एडमिट होने से मना कर दिया है अतिथि शिक्षकों के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मान लेती तब तक यहां से किसी भी हाल में कोई भी अतिथि शिक्षक नहीं हटे गा


Body:अतिथि शिक्षकों का कहना है कि 12 वर्षों से लगातार शिक्षा देने का काम उनके द्वारा किया जा रहा है लेकिन सरकार ने उन्हें प्रमोशन देने की जगह अब बेरोजगार कर दिया है जिसके लिए उन्हें अब संघर्ष करना पड़ रहा है यही वजह है कि 50 दिनों से वे राजधानी में अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं उन्होंने कहा कि आमरण अनशन के दौरान भले ही उनकी जान चली जाए लेकिन वे पीछे हटने वाले नहीं है


Conclusion:आमरण अनशन पर बैठे अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील परिहार का कहना है कि सरकार को हम बताना चाहते हैं कि हम भले ही मर जाएंगे लेकिन जहां से वापस नहीं जाएंगे जब तक हमें नियमितीकरण का आदेश नहीं मिल जाता है तब तक हम भोपाल में ही रहकर अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते रहेंगे मुझे आमरण अनशन पर बैठे 48 घंटे बीत चुके हैं इस दौरान मैंने खाना पीना सब कुछ छोड़ दिया है मेरा स्वास्थ्य भी लगातार बिगड़ता जा रहा है कुछ समय पहले डॉक्टरों की टीम यहां पर आई थी जिन्होंने बताया कि मेरा ब्लड प्रेशर और मेरा शुगर लेवल काफी कम हो गया है उन्होंने मुझे अस्पताल चलने की सलाह दी थी लेकिन मैंने स्पष्ट कर दिया है कि हम किसी भी हाल में मैदान छोड़कर वापस नहीं जाएंगे अब यह आंदोलन और बड़ा रूप लेने जा रहा है जिसमें प्रदेश के कई अतिथि शिक्षक हजारों की संख्या में शामिल होने जा रहे हैं


उन्होंने कहा कि हम संघर्ष तब तक करते रहेंगे जब तक कि हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती हम सभी अतिथि शिक्षकों का 12 वर्ष का अनुभव है और इस 12 वर्ष के अनुभव को हम किसी भी हाल में बेकार नहीं जाने देंगे उन्होंने कहा कि अनुभव के आधार पर देश के सभी राज्यों में कर्मचारियों को प्रमोशन दिया जाता है लेकिन मध्य प्रदेश की सरकार हमें इतना अनुभव होने के बाद बेरोजगार कर रही है मुख्यमंत्री के पास अभी भी वक्त है कि वह विधानसभा चुनाव में जो वचन उन्होंने हम लोगों को दिया था उसे पूरा करें और यदि वह पूरा नहीं करते हैं तो हम मर जाएंगे लेकिन वापस नहीं जाएंगे .
Last Updated : Feb 10, 2020, 8:23 AM IST
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