भोपाल। मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा रविंद्र भवन भोपाल में आयोजित लोक रंग उत्सव में आज रंगारंग प्रस्तुतियां हुई. जिसके अंतर्गत पूर्वरंग में लोक रंग के अंतर्गत भोजपुरी गायन निमाड़ी गायन, कश्मीर का लोक गायन साथ ही मयूर नृत्य ढोलू कुनीता नृत्य, सैताम नृत्य, धनगिरीगजा नृत्य, कालबेलिया नृत्य, जौनसारी नृत्य, कोरकु जनजाति का गदली नृत्य की रंगारंग प्रस्तुतियां हुई.
लोकरंग के अंतर्गत लोक राग रहीमुद्दीन व साथियों द्वारा भोजपुरी गायन की प्रस्तुति से शुरुआत हुई, उन्होंने अपनी शुरुआत शिव भजन से की. दूसरी प्रस्तुति खंडवा से पधारी हेमलता उपाध्याय एवं साथियों द्वारा निमाड़ी गायन की हुई, जिसमें उन्होंने शुरुआत गणेश वंदना गणपति आयो से की. उसके बाद कश्मीर से पधारे पंकज हंडू व साथियों ने कश्मीरी लोग गायन की प्रस्तुति दी. जिसमें उन्होंने कश्मीर की लोकप्रिय और कश्मीरी परंपरागत शैलियों के गीत प्रस्तुत कर श्रोताओं को किया आनंदित किया.
साथ ही शौकीन खान एवं साथी राजस्थान के मांड गायन प्रस्तुत किया जिसमें उन्होंने राजस्थान का प्रसिद्ध गीत केसरिया बालम आओ नी पधारो म्हारे देश प्रस्तुत किया. मध्य प्रदेश व देश के अन्य राज्यों से पधारे कलाकारों की इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को बहुत आनंदित किया. प्रस्तुति के दौरान कई बार दर्शकों ने करतल ध्वनि से कलाकारों का उत्साहवर्धन किया.