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मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट के बीच सात दिसंबर को भोपाल पहुंच रहीं राज्यपाल

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Published : Dec 2, 2020, 6:39 PM IST

Updated : Dec 2, 2020, 6:45 PM IST

मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज हो गई है. सीएम शिवराज के दिल्ली दौरे के बाद अब सात दिसंबर को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भोपाल आ रही हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि सीएम शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं.

Anandiben Patel and Shivraj
आनंदीबेन पटेल और शिवराज

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दिल्ली दौरे के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट होने लगी है. मुख्यमंत्री ने दो दिवसीय दिल्ली दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की. जिसके बाद अब यह सुगबुगाहट तेज होने लगी है कि जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. वहीं प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी 7 दिसंबर को मध्य प्रदेश आ रही हैं.

मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज

जल्द हो सकता है मंत्री मंडल का विस्तार

प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल 7 दिसंबर को मध्यप्रदेश आ रही हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि 8 तारीख को मंत्री शपथ ले सकते हैं. दरअसल राज्यसभा सांसद ज्योतिराज सिंधिया की मुख्यमंत्री से मुलाकात को मंत्रियों की शपथ से जोड़कर देखा जा रहा है. सिंधिया के समर्थक तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत उपचुनाव से पहले इस्तीफा दे चुके थे. ऐसे में इन दो मंत्रियों की शपथ भी होना है और यही कारण है कि सिंधिया अपने साथ इन नेताओं को लेकर आरएसएस के प्रमुख नेताओं से भी मिलने पहुंचे थे. साथ ही वर्तमान में शिवराज सरकार में 28 मंत्री हैं और मंत्रिमंडल के हिसाब से 6 मंत्री और बनाए जा सकते हैं.

मंत्री पद की कतार में है कई नाम

शिवराज मंत्रिमंडल के इंतजार में कई नेता भी कतार में लगे हुए हैं. जिन्हें सिंधिया के बीजेपी में आने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार में आराम दिया गया था. जिसमें खासतौर से शिवराज के चहेते माने जाने वाले पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, राजेंद्र शुक्ल, अजय विश्नोई और संजय पाठक शामिल हैं. वर्तमान समय में उपचुनाव में तीन मंत्रियों की हार हुई है. ऐसे में 3 मंत्री पद खाली हैं. तो इन नेताओं को उम्मीद है कि एक बार फिर मंत्री बनेंगे. इसके साथ ही विंध्य क्षेत्र के वरिष्ठ विधायक गिरीश गौतम, केदारनाथ शुक्ला, नागेंद्र सिंह,गौरीशंकर बिसेन भी इस रेस में शामिल हैं.

राज्यपाल के प्रदेश आगमन के साथ ही मंत्रिमंडल के विस्तार की सुगबुगाहट तेज हो गई है. राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि 8 दिसंबर को संभावित मंत्री शपथ ले सकते हैं. हालांकि सरकार की तरफ से अभी औपचारिक पुष्टि नहीं की जा रही है. लेकिन माना जा रहा है कि शिवराज का दिल्ली दौरा, सिंधिया - शिवराज की मुलाकात, संघ नेताओं से मुलाकात के बाद राज्यपाल का प्रदेश दौरा इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि जल्द ही मध्यप्रदेश में खाली मंत्री पदों पर नए मंत्री नजर आएंगे.

बीजेपी प्रवक्ता का क्या कहना है

वहीं इस बारे में बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी का कहना है कि पार्टी में सामुहिक नेतृत्व और निर्णय की व्यवस्था होती है, पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्तव अभी दूसरे कामों में व्यस्त हैं. राहुल कोठारी ने कहा कि देश में किसान आंदोलन चल रहा है, जिसमें कांग्रेस ने भ्रम फैलाकर रखा हुआ है. उन्होंने पार्टी आलाकमानों की बैठक के बाद कुछ कहा जा सकता है. लेकिन राज्यपाल के दौरे को मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़ना ठीक नहीं है.

पढ़ें:पीएम मोदी से मिले शिवराज सिंह, प्रदेश में कोरोना की स्थिति और विकास कार्यों को लेकर की चर्चा

पीएम मोदी से करीब 1 घंटे चली थी मुलाकात

बता दें सीएम शिवराज 1 दिसंबर को दिल्‍ली के दौरे पर थे. जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज ने करीब एक घंटे तक पीएम मोदी से मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति और विकास कार्यों को लेकर चर्चा की थी. वहीं ऐसे कयास भी लगाए जा रहे थे कि मुख्यमंत्री शिवराज के दिल्ली से लौटने के बाद मध्यप्रदेश में मंत्री मंडल का विस्तार हो सकता है.

पढ़ें:40 मिनट इंतजार! 10 मिनट तक शिवराज-सिंधिया की मुलाकात के क्या हैं सियासी मायने?

सोमवार को सिंधिया और शिवराज की मुलाकात

वहीं सोमवार को बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल दौरे पर थे. जहां उन्होंने सीएम शिवराज से मुलाकात की थी. सिंधिया और शिवराज की मुलाकात को मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं से जोड़कर देखा जा रहा था, लेकिन सिंधिया ने मंत्रिमंडल विस्तार को मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार बताया था. वहीं सिंधिाय ने इसे सौजन्य मुलाकात बताया था.

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दिल्ली दौरे के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट होने लगी है. मुख्यमंत्री ने दो दिवसीय दिल्ली दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की. जिसके बाद अब यह सुगबुगाहट तेज होने लगी है कि जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. वहीं प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी 7 दिसंबर को मध्य प्रदेश आ रही हैं.

मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज

जल्द हो सकता है मंत्री मंडल का विस्तार

प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल 7 दिसंबर को मध्यप्रदेश आ रही हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि 8 तारीख को मंत्री शपथ ले सकते हैं. दरअसल राज्यसभा सांसद ज्योतिराज सिंधिया की मुख्यमंत्री से मुलाकात को मंत्रियों की शपथ से जोड़कर देखा जा रहा है. सिंधिया के समर्थक तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत उपचुनाव से पहले इस्तीफा दे चुके थे. ऐसे में इन दो मंत्रियों की शपथ भी होना है और यही कारण है कि सिंधिया अपने साथ इन नेताओं को लेकर आरएसएस के प्रमुख नेताओं से भी मिलने पहुंचे थे. साथ ही वर्तमान में शिवराज सरकार में 28 मंत्री हैं और मंत्रिमंडल के हिसाब से 6 मंत्री और बनाए जा सकते हैं.

मंत्री पद की कतार में है कई नाम

शिवराज मंत्रिमंडल के इंतजार में कई नेता भी कतार में लगे हुए हैं. जिन्हें सिंधिया के बीजेपी में आने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार में आराम दिया गया था. जिसमें खासतौर से शिवराज के चहेते माने जाने वाले पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, राजेंद्र शुक्ल, अजय विश्नोई और संजय पाठक शामिल हैं. वर्तमान समय में उपचुनाव में तीन मंत्रियों की हार हुई है. ऐसे में 3 मंत्री पद खाली हैं. तो इन नेताओं को उम्मीद है कि एक बार फिर मंत्री बनेंगे. इसके साथ ही विंध्य क्षेत्र के वरिष्ठ विधायक गिरीश गौतम, केदारनाथ शुक्ला, नागेंद्र सिंह,गौरीशंकर बिसेन भी इस रेस में शामिल हैं.

राज्यपाल के प्रदेश आगमन के साथ ही मंत्रिमंडल के विस्तार की सुगबुगाहट तेज हो गई है. राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि 8 दिसंबर को संभावित मंत्री शपथ ले सकते हैं. हालांकि सरकार की तरफ से अभी औपचारिक पुष्टि नहीं की जा रही है. लेकिन माना जा रहा है कि शिवराज का दिल्ली दौरा, सिंधिया - शिवराज की मुलाकात, संघ नेताओं से मुलाकात के बाद राज्यपाल का प्रदेश दौरा इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि जल्द ही मध्यप्रदेश में खाली मंत्री पदों पर नए मंत्री नजर आएंगे.

बीजेपी प्रवक्ता का क्या कहना है

वहीं इस बारे में बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी का कहना है कि पार्टी में सामुहिक नेतृत्व और निर्णय की व्यवस्था होती है, पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्तव अभी दूसरे कामों में व्यस्त हैं. राहुल कोठारी ने कहा कि देश में किसान आंदोलन चल रहा है, जिसमें कांग्रेस ने भ्रम फैलाकर रखा हुआ है. उन्होंने पार्टी आलाकमानों की बैठक के बाद कुछ कहा जा सकता है. लेकिन राज्यपाल के दौरे को मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़ना ठीक नहीं है.

पढ़ें:पीएम मोदी से मिले शिवराज सिंह, प्रदेश में कोरोना की स्थिति और विकास कार्यों को लेकर की चर्चा

पीएम मोदी से करीब 1 घंटे चली थी मुलाकात

बता दें सीएम शिवराज 1 दिसंबर को दिल्‍ली के दौरे पर थे. जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज ने करीब एक घंटे तक पीएम मोदी से मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति और विकास कार्यों को लेकर चर्चा की थी. वहीं ऐसे कयास भी लगाए जा रहे थे कि मुख्यमंत्री शिवराज के दिल्ली से लौटने के बाद मध्यप्रदेश में मंत्री मंडल का विस्तार हो सकता है.

पढ़ें:40 मिनट इंतजार! 10 मिनट तक शिवराज-सिंधिया की मुलाकात के क्या हैं सियासी मायने?

सोमवार को सिंधिया और शिवराज की मुलाकात

वहीं सोमवार को बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल दौरे पर थे. जहां उन्होंने सीएम शिवराज से मुलाकात की थी. सिंधिया और शिवराज की मुलाकात को मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं से जोड़कर देखा जा रहा था, लेकिन सिंधिया ने मंत्रिमंडल विस्तार को मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार बताया था. वहीं सिंधिाय ने इसे सौजन्य मुलाकात बताया था.

Last Updated : Dec 2, 2020, 6:45 PM IST
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