भोपाल। पिछले कुछ दिनों से मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ी है. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने जैसी सावधानियां बरतने की सलाह दे रहीं है. लेकिन इसी बीच प्रदेश सरकार मध्य प्रदेश स्थापना दिवस का आयोजन करने की तैयारी में है. एक नवंबर को होने वाला यह आयोजन भव्य होगा. इसमें नेताओं सहित कई लोग शामिल होंगे. कोरोना के इस बढ़ते संक्रमण के बीच सरकार का यह आयोजन कोरोना की तीसरी लहर को न्योता हो सकता है. हालांकि सरकार का दावा है कि इसमें सभी सावधानियां बरती जाएगी.
भोपाल में 36 एक्टिव कोरोना संक्रमित
राजधानी सहित प्रदेश में कोरोना का संक्रमण फिर से पैर पसार रहा है. भोपाल में 36 एक्टिव मरीज हो गए हैं, इन सबके बावजूद सरकार लापरवाह दिख रही है. लापरवाही का ताजा उदाहरण एक नवंबर को राजधानी भोपाल में लाल परेड पर होने वाला सांस्कृतिक कार्यक्रम है. इस दौरान सरकार ने आम जनता को भी आमंत्रित किया है. जिससे बड़ी संख्या में कार्यक्रम में भीड़ जुटेगी. इससे कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने की आशंका रहेगी.
आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के रूप में मनेगा मध्य प्रदेश दिवस
1 नवंबर को आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के रूप में मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस मनाया जाएगा. आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के लिए जनभागीदारी अभियान थीम पर 45 मिनट की अवधि के नृत्य नाटक को ध्वनि प्रकाश के जरिए प्रस्तुत किया जाएगा. इसके बाद गीत-संगीत के कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी. मध्य प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय पर समारोह आयोजित होंगे, लेकिन जहां-जहां उपचुनाव हैं वहां पर ये कार्यक्रम नहीं किए जाएंगे.
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कोरोना प्रोटोकॉल के तहत होगा कार्यक्रम
भोपाल के प्रभारी मंत्री और नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह का कहना है कि कार्यक्रम में कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जाएगा. मंत्री जी के दावे के उलट सरकार ने इस कार्यक्रम में आम जनता, जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिक, उद्योगपति, व्यवसायी, समाजसेवी, धर्मगुरु, स्वयंसेवी संस्थाएं, छात्र-छात्राओं के साथ-साथ सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों के परिवारों को आमंत्रित किया है.