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बीजेपी विधायक की सदस्यता खत्म किए जाने पर बोले नेता प्रतिपक्ष, फैसले को बताया न्याय के विरुद्ध - Madhya Pradesh News

पन्ना के पवई विधानसभा से भाजपा के विधायक प्रहलाद लोधी को एक मामले में स्पेशल कोर्ट से 2 साल की सजा होने के बाद आज मध्य प्रदेश विधानसभा ने उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई. विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को नेता प्रतिपक्ष ने न्याय के विरुद्ध बताया है.

बीजेपी विधायक की सदस्यता समाप्त होने पर बोले गोपाल भार्गव
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Published : Nov 2, 2019, 10:48 PM IST

भोपाल। पवई विधानसभा से भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी को एक मामले में स्पेशल कोर्ट से 2 साल की सजा सुनाई है. सजा सुनाए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने प्रहलाद लोधी की विधानसभा विधायक सदस्यता खत्म कर दी. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति के इस फैसले को न्याय के विरुद्ध बताया है.

बीजेपी विधायक की सदस्यता समाप्त होने पर बोले गोपाल भार्गव

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इतनी तेजी से फैसले होते रहे तो, एक बार हमें जन प्रतिनिधित्व कानून के बारे में सोचना होगा. उन्होंने कहा कि इस देश में अफजल और कसाब जैसे आतंकवादियों को 15-15 साल अपील के लिए वक्त दिया गया, लेकिन एक जनप्रतिनिधि के लिए 1 दिन का भी वक्त नहीं दिया गया है. उप चुनाव की स्थिति में उन्होंने झाबुआ जैसे परिणाम आने की स्थिति से इनकार किया है.

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि इतनी तत्परता से कार्रवाई शायद भारत के इतिहास में आजादी के बाद या पहले कभी नहीं हुई, जितनी तत्परता के साथ पवई विधानसभा के विधायक प्रहलाद लोधी की सदस्यता समाप्त करने का काम किया गया है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हम ऐसे लोकतंत्र में रहते हैं, जिसमें जनप्रतिनिधियों को अपनी बात कहने का अधिकार है. यदि किसी जन समस्या को लेकर किसी अधिकारी से विवाद हो जाता है तो, इसके लिए अनेकों रास्ते हैं, लेकिन सदस्यता समाप्त करने के फैसले को मैं मानकर चलता हूं कि इस फैसले के बाद जनप्रतिनिधित्व कानून की पुर्निरीक्षण की आवश्यकता है. यदि इस तरह विधायकों की सदस्यता समाप्त होगी तो मैं मानता हूं कि इससे लोकतंत्र जरूर प्रभावित होगा.


फैसले के बाद भाजपा क्या कदम उठाएगी इस सवाल पर उन्होंने कहा कि न्यायालय के फैसले पर हम उचित फोरम पर जाएंगे. वरिष्ठ वकीलों और न्यायविदों से चर्चा करके हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे. जो कुछ भी हो सकता है हम प्रहलाद लोधी की मदद करेंगे.

भोपाल। पवई विधानसभा से भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी को एक मामले में स्पेशल कोर्ट से 2 साल की सजा सुनाई है. सजा सुनाए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने प्रहलाद लोधी की विधानसभा विधायक सदस्यता खत्म कर दी. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति के इस फैसले को न्याय के विरुद्ध बताया है.

बीजेपी विधायक की सदस्यता समाप्त होने पर बोले गोपाल भार्गव

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इतनी तेजी से फैसले होते रहे तो, एक बार हमें जन प्रतिनिधित्व कानून के बारे में सोचना होगा. उन्होंने कहा कि इस देश में अफजल और कसाब जैसे आतंकवादियों को 15-15 साल अपील के लिए वक्त दिया गया, लेकिन एक जनप्रतिनिधि के लिए 1 दिन का भी वक्त नहीं दिया गया है. उप चुनाव की स्थिति में उन्होंने झाबुआ जैसे परिणाम आने की स्थिति से इनकार किया है.

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि इतनी तत्परता से कार्रवाई शायद भारत के इतिहास में आजादी के बाद या पहले कभी नहीं हुई, जितनी तत्परता के साथ पवई विधानसभा के विधायक प्रहलाद लोधी की सदस्यता समाप्त करने का काम किया गया है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हम ऐसे लोकतंत्र में रहते हैं, जिसमें जनप्रतिनिधियों को अपनी बात कहने का अधिकार है. यदि किसी जन समस्या को लेकर किसी अधिकारी से विवाद हो जाता है तो, इसके लिए अनेकों रास्ते हैं, लेकिन सदस्यता समाप्त करने के फैसले को मैं मानकर चलता हूं कि इस फैसले के बाद जनप्रतिनिधित्व कानून की पुर्निरीक्षण की आवश्यकता है. यदि इस तरह विधायकों की सदस्यता समाप्त होगी तो मैं मानता हूं कि इससे लोकतंत्र जरूर प्रभावित होगा.


फैसले के बाद भाजपा क्या कदम उठाएगी इस सवाल पर उन्होंने कहा कि न्यायालय के फैसले पर हम उचित फोरम पर जाएंगे. वरिष्ठ वकीलों और न्यायविदों से चर्चा करके हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे. जो कुछ भी हो सकता है हम प्रहलाद लोधी की मदद करेंगे.

Intro:भोपाल ।प्रदेश के पन्ना जिले के पवई विधानसभा से भाजपा के विधायक प्रहलाद लोधी को एक मामले में स्पेशल कोर्ट से 2 साल की सजा होने के बाद आज मध्य प्रदेश विधानसभा ने उनकी सदस्यता निरस्त कर दी है। इस सदस्यता निरस्त किए जाने के बाद मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस घटना को नैसर्गिक न्याय के विरुद्ध बताया है।उन्होंने कहा है कि इतनी तेजी से फैसले होते रहे तो एक बार हमें जन प्रतिनिधित्व कानून के पुनरीक्षण के बारे में सोचना होगा।वहीं उन्होंने कहा है कि इस देश में अफजल और कसाब जैसे आतंकवादियों को 15-15 साल अपील के लिए वक्त दिया गया।लेकिन एक जनप्रतिनिधि के लिए 1 दिन का भी वक्त नहीं दिया गया है। उप चुनाव की स्थिति में उन्होंने झाबुआ जैसे परिणाम आने की स्थिति से इंकार किया है।Body:नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि इतनी तत्परता से कार्रवाई शायद भारत के इतिहास में आजादी के बाद या पहले कभी नहीं हुई।जितनी तत्परता के साथ पवई विधानसभा के विधायक प्रहलाद लोधी की सदस्यता समाप्त करने का काम किया गया है।इस देश में कसाब और अफजल जैसे आतंकियों के लिए 15-15 साल का वक्त अपील के लिए दिया गया है। उसमें एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि की सदस्यता तत्काल प्रभाव से निरस्त करने का फैसला लिया गया है। मैं मान कर चलता हूं कि यह नैसर्गिक न्याय के विरुद्ध है। हम ऐसे लोकतंत्र में रहते हैं कि जनप्रतिनिधियों को अपनी बात कहने का अधिकार है।यदि किसी जन समस्या को लेकर किसी अधिकारी से विवाद हो जाता है। तो इसके लिए अनेकों रास्ते हैं। लेकिन सदस्यता समाप्त करने के फैसले को मैं मानकर चलता हूं कि इस फैसले के बाद जनप्रतिनिधित्व कानून की पुनरीक्षण की आवश्यकता है।यदि इस तरह विधायकों की सदस्यता समाप्त होगी। तो मैं मानता हूं कि इससे लोकतंत्र जरूर प्रभावित होगा।Conclusion:इस फैसले के बाद भाजपा क्या कदम उठाएगी इस सवाल पर उन्होंने कहा कि न्यायालय के फैसले पर हम उचित फोरम पर जाएंगे।वरिष्ठ वकीलों और न्याय विदो से चर्चा करके हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। जो कुछ भी हो सकता है। हम प्रहलाद लोधी की मदद करेंगे।

वहीं उप चुनाव की स्थिति बनने पर झाबुआ जैसे चुनाव परिणाम तो नहीं आएंगे। इस सवाल पर उन्होंने कहा झाबुआ उपचुनाव की स्थिति बिल्कुल अलग थी. इससे कोई बहुत फर्क नहीं पड़ता है ।झाबुआ की समस्याएं अलग थी। पवई बुंदेलखंड का इलाका है। बुंदेलखंड की तासीर पूरा हिंदुस्तान जानता है। बुंदेलखंड के लोग गरीब जरूर हैं ,लेकिन अपनी प्रमाणिकता को संदिग्ध नहीं होने दिया। यह छत्रसाल का इलाका है, यह हमारे वीर बुंदेलो का इलाका है। हम पूरी वीरता के साथ अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करेंगे।
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