खंडवा। एलपीजी टेंकर की एक पूरी गुड्सट्रेन के एक टैंकर में गैस के रिसाव ने पूरे खण्डवा को बारूद के ढेर पर बैठा दिया. जहां सिर्फ एक चिंगारी पूरे शहर को तबाह कर सकती थी. कर्नाटक के थुपुर रेलवे स्टेशन से निकली इस ट्रेन को भोपाल के पास बकानिया एलपीजी डिपो में जाना था, जिसमें 32 टैंकरों में गैस भरी थी. हर एक टैंकर की क्षमता 37.8 टन है. शाम पांच बजे से 7 घंटे से ज्यादा समय तक इससे एलपीजी का रिसाव हो रहा था. जिसे मामूली रिपेयर से कम करने के बाद अभी खण्डवा के ही यार्ड में खड़ा किया गया. वहीं देर रात करीब 1 बजे लीकेज ठीक किया गया और ट्रेन रवाना हुई.
रेलवे स्टेशन पर वैसे तो यात्री गाड़ियों की आवाजाही बंद होने से सन्नाटा है. लेकिन मालगाड़ियों का आवागमन जारी है. शुक्रवार शाम 4.50 बजे एलपीजी टैंकर्स से भरी हुई ट्रेन यहां आकर जब प्लेटफॉर्म पर रुकी तब एक टैंकर के स्लाइडर में से गैस लीकेज होने की बात सामने आई. जैसे ही रेलवे के अधिकारियो के संज्ञान में ये बात आई वैसे ही तमाम इलेक्ट्रिक लाईन और स्विचेस को बंद किया गया. साथ ही सभी संबंधित उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई.
कलेक्टर,एसपी के साथ आपदा प्रबंधन से जुड़े तमाम लोगों को इसकी जानकारी दी गई. तब तक ट्रेन को उसी हाल में रखा गया ताकि किसी तरह का स्पार्क न हो. पूरे रेलवे स्टेशन पर ब्लैकआउट जैसा नजारा था.
स्टेशन मास्टर ने बताया कि मामले को लेकर तुरंत डिप्टी एसएस को रिपोर्ट किया. उन्होंने देखा की टैंकर से वास्तव में गैस लीक कर रही है. टेंकर रिसाव की आवाज आ रही थी. पीथमपुर से एक्सपर्ट टीम आई और रात 1 बजे करीब इस रिसाव को ठीक किया गया. इसके बाद ट्रेन को रवाना किया गया.
इस गुड्सट्रेन में करीब 40 टन गैस के 32 टैंकर थे. अगर कोई अनहोनी हो जाती तो इसकी कितनी भयावह तस्वीर सामने आती इसका अंदाजा लगा पाना भी मुश्किल है. लेकिन समय रहते इस दुर्घटना को रोक लिया गया.