भोपाल। प्रदेश के किसानों के लिए ये बड़ी खुशखबरी हो सकती है. रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते वैश्विक स्तर पर गेहूं की मांग में तेजी आई है. इस मांग को पूरा करने के लिए भारत सरकार ने कमर कस ली है. भारत से गेहूं का निर्यात बढ़ा है. ऐसे में मध्यप्रदेश के किसानों के गेहूं का निर्यात बढ़ाने के लिए शिवराज सरकार भी कोशिशों में जुट गई है. इसी सिलसिले में गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की दिल्ली में केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल के साथ बैठक होने जा रही है.
सीएम शिवराज की निर्यातकों से भी मुलाकात होगी : गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के गुणवत्तापूर्ण गेहूं के निर्यात को बढ़ाने के लिए सीएम शिवराज हमेशा प्रयासरत रहते हैं. इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए सीएम शिवराज गुरुवार को दिल्ली में निर्यातकों से मुलाकात करेंगे. इस बैठक में सीएम शिवराज के अलावा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और संबंधित केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गेहूं की मांग में तेजी के साथ ही उसकी कीमतों में भी उछाल आया है. मध्यप्रदेश के किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा दिलाने के लिए राज्य सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं. बता दें कि रूस और यूक्रेन दुनिया के बड़े गेहूं उत्पादक देश हैं और वैश्विक गेहूं निर्यात में इनका शेयर 30 फीसदी है. इन दोनों ही देशों के बीच युद्ध चल रहा है, ऐसे में गेहूं उत्पादन और निर्यात प्रभावित हुआ है. जिसका फायदा भारत को मिल सकता है.
बैठक में ये एक्स्पोर्टर्स शामिल होंगे : बैठक में उपस्थित रहने वालों में रेलवे बोर्ड सचिव, केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव, कॉमर्स मिनिस्ट्री के सचिव, मिनिस्ट्री ऑफ पोर्ट्स -शिपिंग एण्ड वाटरवेज (जहाजरानी मंत्रालय) के चेयरमेन, APEDA CMD, ITC ltd, विक्टोरिया फाल इंगरीडिएंट्स प्राइवेट लिमिटेड गुजरात, प्रतीक अग्रो एक्स्पोर्टस, गुजरात विक्टोरिया फूड प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली ग्रो वेल ऑर्गेनिक एण्ड इको प्रॉडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड जयपुर, एग्रो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, सुपलेटेक इंडस्ट्रीज आदि के बड़े अधिकारी हैं. वीसी के माध्यम से जुडने वालों में जन चेयरमेन , दीनदयाल पोर्ट्स ट्रस्ट – कांदला पोर्ट चेयरमेन, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट चेयरमेन, मुँदरा पोर्ट चेयरमेन, विशाखापत्तनम पोर्ट ट्रस्ट चेयरमेन, काकीनाड़ा पोर्ट चेयरमेन, कृष्णापट्टनम पोर्ट आदि हैं.
2023 की जीत के लिए हार्ड हिंदुत्व की ओर शिवराज! क्या इससे बढ़ेगा बीजेपी का 10% वोट शेयर?
मध्यप्रदेश से गेंहू- धान उपार्जन से जुड़े कुछ प्रमुख बिन्दु इस प्रकार हैं -
1. वर्ष 1999-2000 में गेहूं उपार्जन 4.98 लाख मे.टन किया गया.
2. वर्ष 2021-22 में बढ़कर कुल 128.15 लाख मे.टन गेहूं का उपार्जन .
3. वर्ष 2002-03 से प्रदेश में धान उपार्जन 64 हजार मे.टन .
4. वर्ष 2021-22 में बढ़कर कुल 46.80 लाख मे.टन धान का उपार्जन .
5. रबी विपणन वर्ष 2022-23 में 129 लाख मे.टन गेहूँ का उपार्जन प्रस्तावित है.
(Good news for farmers of Madhya Pradesh) (CM Shivraj in Delhi for more wheat price)