भोपाल। राजधानी समेत पूरे प्रदेश में जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की मांगों को लेकर सरकार से कई बार बात हो चुकी है. कुछ दिन पहले ही एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर प्रदेशभर में हड़ताल भी की थी. भोपाल में 400, प्रदेश में 2500 जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल और धरना प्रदर्शन किया था. जिसे प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के आश्वासन के बाद समाप्त कर दिया था. इसी संबंध में गांधी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा शासन को प्रस्ताव भेजा गया है. जिसमें जूनियर डॉक्टरों की मांगों को शामिल किया गया है. इस प्रस्ताव के आधार पर एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा हड़ताल समाप्त करने का निर्णय लिया गया है. गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर जितेन शुक्ला ने बताया की डॉक्टर्स एसोसिएशन ने जो मांगे हमारे समक्ष प्रस्तुत की थी, उनमें से कुछ मुख्य बिंदु हमने शासन के पास प्रस्ताव के माध्यम से भेजे हैं.
- यह मुख्य बिंदु है प्रस्ताव में शामिल
गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर जितेन शुक्ला का कहना है कि प्रस्ताव में जो मांगे शामिल की गई हैं इनमें मुख्य रूप से उनके स्टाइपेंड को बढ़ाने और और ट्यूशन फीस कम करने की मांग शामिल की गई है. साथ ही पीजी करने के बाद 1 साल तक ग्रामीण सेवा बांड को समाप्त करने का भी प्रस्ताव शामिल किया गया है
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- कोरोना ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुए डॉक्टर
डॉक्टर शुक्ला ने कहा कि कोरोना ड्यूटी के दौरान उनके कई जूनियर डॉक्टर अधिकारी और स्टाफ संक्रमण की चपेट में आए हैं. एसोसिएशन के सदस्यों ने बताया की 70% से अधिक जूनियर डॉक्टर्स कोरोना ड्यूटी के दौरान संक्रमित हो चुके हैं. इन्हें इलाज की सही सुविधाएं नहीं मिली हैं.