ETV Bharat / state

एरियर निकलवाने के लिए रिश्वत की मांग पड़ी भारी, लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा

राजधानी भोपाल में लोकायुक्त की टीम ने नगर निगम के जीएडी विभाग में पदस्थ कर्मचारी को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा है.

GAD department employee caught taking bribe
कार्रवाई करती लोकायुक्त की टीम
author img

By

Published : Jan 30, 2020, 6:19 AM IST

Updated : Jan 30, 2020, 8:00 AM IST

भोपाल। राजधानी के माता मंदिर स्थित नगर निगम कार्यालय में अपने ही कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी के बेटों से रिश्वत दिए जाने का मामला सामने आया है. नगर निगम में पदस्थ रहे चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी की मौत के बाद मिलने वाली राशि के बदले उसी कार्यालय में पदस्थ एक अन्य कर्मचारी के द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी. पीड़ितों ने इस पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त में की थी. मामले की शिकायत मिलने पर लोकायुक्त की टीम ने नगर निगम के जीएडी विभाग में पदस्थ कर्मचारी को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा है.

रिश्वतखोर मांगना पड़ा महंगा, रंगे हाथ गिरफ्तार

बताया जा रहा है कि पिता के निधन के बाद नगर निगम की ओर से कुछ राशि उनकी पत्नी के खाते में डाली जानी थी, लेकिन आरोपी के द्वारा उसे बार-बार रोका जा रहा था. जब महिला के बेटों के द्वारा नगर निगम कार्यालय पहुंचकर आरोपी से बातचीत की गई तो उसने काम करने के बदले पैसे की डिमांड की थी, ये बात बेटों को नागवार गुजरी क्योंकि उनमें से एक बेटा वर्तमान में नगर निगम कार्यालय में ही सफाई कामगार के पद पर काम कर रहा है. इस तरह के भ्रष्ट कर्मचारी को सबक सिखाने के लिए उन्होंने तुरंत इस पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त में की.

लोकायुक्त टीम के इंचार्ज निरीक्षक मनोज पटवा ने बताया कि बरखेड़ी निवासी रिजवान शेख के द्वारा लोकायुक्त को शिकायत की गई थी, कि उनके पिता का देहांत कुछ समय पहले हो चुका है. पिता को मिलने वाली राशि जो नगर निगम कार्यालय से मिलनी थी वो उनकी मां के खाते में आनी थी. इस राशि को मां के खाते में डालने के लिए नगर निगम में पदस्थ आरोपी शमीम उद्दीन के द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी.

दरअसल पिता के निधन के बाद कुछ वेतन के पैसे और सातवें वेतनमान का एरियर का भुगतान होना था. यह भुगतान करीब एक से डेढ़ लाख रुपए का था. इस पेमेंट को निकलवाने के लिए ही आरोपी के द्वारा रिश्वत मांगी गई थी.

उन्होंने बताया कि जब फरियादी रिजवान शेख एक दिन पहले नगर निगम के लेखा शाखा में पदस्थ लेखा लिपिक सहायक ग्रेड 3 शमीम उद्दीन से मिलने के लिए आया था तो उस दौरान भी उन्होंने उससे एक हजार रुपए की रिश्वत ले ली थी. इसके अलावा 2 हजार रुपए और दिए जाने की बात की गई थी. आरोपी के द्वारा तय किया गया था कि आज बाकी की रकम कार्यालय में आकर फरियादी को देना है. इस दौरान हुई फोन पर बातचीत भी रिकॉर्ड की गई थी, जिसमें इस बात की पुष्टि हो गई थी कि आरोपी के द्वारा फरियादी से रिश्वत मांगी जा रही है . जिसके तहत लोकायुक्त टीम के द्वारा आरोपी को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई और आज इन्हें कार्यालय के अंदर ही रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है. रिश्वत में लिए गए पैसे भी बरामद कर लिए गए हैं और इनके विरुद्ध अब कार्रवाई जा रही है .

भोपाल। राजधानी के माता मंदिर स्थित नगर निगम कार्यालय में अपने ही कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी के बेटों से रिश्वत दिए जाने का मामला सामने आया है. नगर निगम में पदस्थ रहे चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी की मौत के बाद मिलने वाली राशि के बदले उसी कार्यालय में पदस्थ एक अन्य कर्मचारी के द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी. पीड़ितों ने इस पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त में की थी. मामले की शिकायत मिलने पर लोकायुक्त की टीम ने नगर निगम के जीएडी विभाग में पदस्थ कर्मचारी को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा है.

रिश्वतखोर मांगना पड़ा महंगा, रंगे हाथ गिरफ्तार

बताया जा रहा है कि पिता के निधन के बाद नगर निगम की ओर से कुछ राशि उनकी पत्नी के खाते में डाली जानी थी, लेकिन आरोपी के द्वारा उसे बार-बार रोका जा रहा था. जब महिला के बेटों के द्वारा नगर निगम कार्यालय पहुंचकर आरोपी से बातचीत की गई तो उसने काम करने के बदले पैसे की डिमांड की थी, ये बात बेटों को नागवार गुजरी क्योंकि उनमें से एक बेटा वर्तमान में नगर निगम कार्यालय में ही सफाई कामगार के पद पर काम कर रहा है. इस तरह के भ्रष्ट कर्मचारी को सबक सिखाने के लिए उन्होंने तुरंत इस पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त में की.

लोकायुक्त टीम के इंचार्ज निरीक्षक मनोज पटवा ने बताया कि बरखेड़ी निवासी रिजवान शेख के द्वारा लोकायुक्त को शिकायत की गई थी, कि उनके पिता का देहांत कुछ समय पहले हो चुका है. पिता को मिलने वाली राशि जो नगर निगम कार्यालय से मिलनी थी वो उनकी मां के खाते में आनी थी. इस राशि को मां के खाते में डालने के लिए नगर निगम में पदस्थ आरोपी शमीम उद्दीन के द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी.

दरअसल पिता के निधन के बाद कुछ वेतन के पैसे और सातवें वेतनमान का एरियर का भुगतान होना था. यह भुगतान करीब एक से डेढ़ लाख रुपए का था. इस पेमेंट को निकलवाने के लिए ही आरोपी के द्वारा रिश्वत मांगी गई थी.

उन्होंने बताया कि जब फरियादी रिजवान शेख एक दिन पहले नगर निगम के लेखा शाखा में पदस्थ लेखा लिपिक सहायक ग्रेड 3 शमीम उद्दीन से मिलने के लिए आया था तो उस दौरान भी उन्होंने उससे एक हजार रुपए की रिश्वत ले ली थी. इसके अलावा 2 हजार रुपए और दिए जाने की बात की गई थी. आरोपी के द्वारा तय किया गया था कि आज बाकी की रकम कार्यालय में आकर फरियादी को देना है. इस दौरान हुई फोन पर बातचीत भी रिकॉर्ड की गई थी, जिसमें इस बात की पुष्टि हो गई थी कि आरोपी के द्वारा फरियादी से रिश्वत मांगी जा रही है . जिसके तहत लोकायुक्त टीम के द्वारा आरोपी को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई और आज इन्हें कार्यालय के अंदर ही रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है. रिश्वत में लिए गए पैसे भी बरामद कर लिए गए हैं और इनके विरुद्ध अब कार्रवाई जा रही है .

Intro:Ready to upload

नगर निगम में पदस्थ पिता की मौत के बाद शासकीय पैसे दिलाने मांग रहा था रिश्वत , लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा


भोपाल | शहर के माता मंदिर स्थित नगर निगम कार्यालय में अपने ही कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी के बेटों से रिश्वत दिए जाने का मामला सामने आया है . नगर निगम में पदस्थ रहे चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के निधन के बाद मिलने वाली राशि के बदले उसी कार्यालय में पदस्थ एक अन्य कर्मचारी के द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी . पीड़ित पुत्रों के द्वारा इस पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त में की गई थी . मामले की शिकायत मिलने पर लोकायुक्त की टीम ने नगर निगम के जी ए डी विभाग में पदस्थ कर्मचारी को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा है .




Body: बताया जा रहा है कि पिता के निधन के बाद नगर निगम की ओर से कुछ राशि उनकी पत्नी के खाते में डाली जानी थी लेकिन आरोपी के द्वारा उसे बार बार रोका जा रहा था जब महिला के बेटों के द्वारा नगर निगम कार्यालय पहुंचकर आरोपी से बातचीत की गई तो उसने काम करने के बदले पैसे की डिमांड की थी यह बात बेटों को नागवार गुजरी क्योंकि उनमें से एक बेटा वर्तमान में नगर निगम कार्यालय में ही सफाई कामगार के पद पर काम कर रहा है इस तरह के भ्रष्ट कर्मचारी को सबक सिखाने के लिए उन्होंने तुरंत इस पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त ने की थी


Conclusion:लोकायुक्त टीम के इंचार्ज निरीक्षक मनोज पटवा ने बताया कि बरखेड़ी निवासी रिजवान शेख के द्वारा लोकायुक्त को शिकायत की गई थी कि उनके पिता का देहांत कुछ समय पहले हो चुका है पिता को मिलने वाली राशि जो नगर निगम कार्यालय से मिलनी थी वह उनकी मां के खाते में आनी थी इस राशि को मां के खाते में डालने के लिए नगर निगम में पदस्थ आरोपी शमीम उद्दीन के द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी .

क्योंकि पिता के निधन के बाद कुछ वेतन के पैसे और सातवें वेतनमान का एरियर का भुगतान होना था. यह भुगतान करीब एक से डेढ़ लाख रुपए का था . इस पेमेंट को निकलवाने के लिए ही आरोपी के द्वारा रिश्वत मांगी गई थी .
उन्होंने बताया कि जब फरियादी रिजवान शेख एक दिन पहले नगर निगम के लेखा शाखा में पदस्थ लेखा लिपिक सहायक ग्रेड 3 शमीम उद्दीन से मिलने के लिए आया था तो उस दौरान भी उन्होंने उससे एक हजार रुपए की रिश्वत ले ली थी . इसके अलावा 2 हजार रुपए और दिए जाने की बात की गई थी . आरोपी के द्वारा तय किया गया था कि आज बाकी की रकम कार्यालय में आकर फरियादी को देना है . इस दौरान हुई फोन पर बातचीत भी रिकॉर्ड की गई थी. जिसमें इस बात की पुष्टि हो गई थी कि आरोपी के द्वारा फरियादी से रिश्वत मांगी जा रही है . जिसके तहत लोकायुक्त टीम के द्वारा आरोपी को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई और आज इन्हें कार्यालय के अंदर ही रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है . रिश्वत में लिए गए पैसे भी बरामद कर लिए गए हैं और इनके विरुद्ध अब कार्यवाही की जा रही है .


Last Updated : Jan 30, 2020, 8:00 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.