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एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, पुलिस के हत्थे चढ़ा सरगना

भोपाल एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर युवतियों से ठगी करने वाला आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है.

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Published : Oct 20, 2019, 7:00 PM IST

एसटीएफ भोपाल

भोपाल। राजधानी भोपाल स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में नौकरी दिलाने के बहाने ठगी का खुलासा हुआ है, गिरोह का मास्टरमाइंड युवतियों को कई बार एम्स घुमाने के बहाने दिल्ली, चंडीगढ़ और अन्य शहरों में ले जाता था. आरोपी का नाम दिलशाद है. एसटीएफ की पड़ताल में पता चला कि युवतियों को होटल में रुकवाया जाता था. फिर इंटरव्यू भी लिया जाता था, जिसके पुख्ता प्रमाण पुलिस के हाथ लगे हैं.

आरोपी ने एक युवती को इंदौर के एमजीएम कॉलेज में नौकरी दिलाने के नाम पर होटल में रुकवाया था. जहां किसी रोहित नाम के डॉक्टर ने युवती का इंटरव्यू भी लिया था. एसटीएफ ने आशंका जताई है कि रुपए ठगने के साथ-साथ दिलशाद ने युवती का शारीरिक शोषण भी किया है. लिहाजा इस मामले में एसटीएफ की टीम आरोपी और युवतियों से पूछताछ कर रही है, जबकि होटलों में इंटरव्यू लेने वाले डॉक्टर रोहित की भी तलाश कर रही है.

पुलिस को पूछताछ में पता चला कि युवतियों को फर्जी बुलावा पत्र देकर दिल्ली तक इंटरव्यू के लिए भेजा जाता था. एक युवती भी शिकार हुई थी. अब एम्स प्रबंधन भी असमंजस में पड़ गया था, लेकिन पड़ताल करने पर एम्स एचआर डिपार्टमेंट ने युवती को साफ कर दिया कि ये पत्र एम्स दिल्ली से जारी ही नहीं हुआ है.

पड़ताल में दिलशाद के खाते से 18 लाख रुपए और आलोक बामने के खाते से 14 लाख रुपये मिले हैं. लिहाजा एसटीएफ ने दोनों ही आरोपियों के खातों को सीज करवा दिया है. इन आरोपियों ने प्रदेश के विभिन्न जिलों धोखाधड़ी को अंजाम दिया है, जिसमें छतरपुर, कटनी, जबलपुर, खंडवा, खरगोन, भोपाल, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, बैतूल शामिल है. माना जा रहा है कि आरोपियों से पूछताछ में ठगी के इस मामले में कई और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.

भोपाल। राजधानी भोपाल स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में नौकरी दिलाने के बहाने ठगी का खुलासा हुआ है, गिरोह का मास्टरमाइंड युवतियों को कई बार एम्स घुमाने के बहाने दिल्ली, चंडीगढ़ और अन्य शहरों में ले जाता था. आरोपी का नाम दिलशाद है. एसटीएफ की पड़ताल में पता चला कि युवतियों को होटल में रुकवाया जाता था. फिर इंटरव्यू भी लिया जाता था, जिसके पुख्ता प्रमाण पुलिस के हाथ लगे हैं.

आरोपी ने एक युवती को इंदौर के एमजीएम कॉलेज में नौकरी दिलाने के नाम पर होटल में रुकवाया था. जहां किसी रोहित नाम के डॉक्टर ने युवती का इंटरव्यू भी लिया था. एसटीएफ ने आशंका जताई है कि रुपए ठगने के साथ-साथ दिलशाद ने युवती का शारीरिक शोषण भी किया है. लिहाजा इस मामले में एसटीएफ की टीम आरोपी और युवतियों से पूछताछ कर रही है, जबकि होटलों में इंटरव्यू लेने वाले डॉक्टर रोहित की भी तलाश कर रही है.

पुलिस को पूछताछ में पता चला कि युवतियों को फर्जी बुलावा पत्र देकर दिल्ली तक इंटरव्यू के लिए भेजा जाता था. एक युवती भी शिकार हुई थी. अब एम्स प्रबंधन भी असमंजस में पड़ गया था, लेकिन पड़ताल करने पर एम्स एचआर डिपार्टमेंट ने युवती को साफ कर दिया कि ये पत्र एम्स दिल्ली से जारी ही नहीं हुआ है.

पड़ताल में दिलशाद के खाते से 18 लाख रुपए और आलोक बामने के खाते से 14 लाख रुपये मिले हैं. लिहाजा एसटीएफ ने दोनों ही आरोपियों के खातों को सीज करवा दिया है. इन आरोपियों ने प्रदेश के विभिन्न जिलों धोखाधड़ी को अंजाम दिया है, जिसमें छतरपुर, कटनी, जबलपुर, खंडवा, खरगोन, भोपाल, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, बैतूल शामिल है. माना जा रहा है कि आरोपियों से पूछताछ में ठगी के इस मामले में कई और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.

Intro:भोपाल- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में नर्स की नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजी करने वाले गिरोह का सरगना दिलशाद, युवतियों को एम्स भ्रमण के नाम पर होटल्स में भी रुक वादा था इन्हीं होटलों में डॉक्टर से भी युवतियों की मुलाकात करवाई जाती थी और इंटरव्यू भी लिए जाते थे एसटीएफ को पड़ताल में होटल्स में रुकवाने और इंटरव्यू कराने के पुख्ता प्रमाण हाथ लगे हैं जिसके चलते पुलिस युवतियों के दैहिक शोषण की भी आशंका जाहिर कर रही है।


Body:एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला मास्टरमाइंड दिलशाद युवतियों को कई बार ऐम्स भ्रमण के नाम पर दिल्ली चंडीगढ़ और अन्य शहरों में भी ले गया है। एसटीएफ को पड़ताल में पता चला है कि दिलशाद ने एक युवती को इंदौर के एमजीएम कॉलेज में नौकरी लगवाने के नाम पर होटल में रुकवाया था साथ ही इस होटल में किसी डॉक्टर रोहित ने युवती का इंटरव्यू भी लिया था इसके बाद दिलशाद और युवती ने इसी होटल में रात भी बिताई थी एसटीएफ को आशंका है कि रुपए ठगने के साथ-साथ दिलशाद युवतियों का दैहिक शोषण भी करता था लिहाजा एसटीएफ की टीम इस बिंदु पर दिलशाद और युवतियों से भी पूछताछ कर रही है वहीं होटलों में इंटरव्यू लेने वाले डॉक्टर रोहित की भी एसटीएफ सरगर्मी से तलाश कर रही है।


Conclusion:पुलिस को पूछताछ में यह भी पता चला है कि युवतियों को हुबहू एम्स के लेटर हेड पर फर्जी पत्र देकर दिल्ली तक इंटरव्यू के लिए भेजा जाता था एक युवती यही फर्जी पत्र लेकर दिल्ली एम्स में करीब सप्ताह भर चक्कर काटती रही लेटर हूबहू एम्स के लेटर हेड जैसा था जिसके चलते एम्स प्रबंधन भी असमंजस में पड़ गया था लेकिन पड़ताल करने पर एम्स एचआर डिपार्टमेंट ने युवती को साफ कर दिया कि यह पत्र एम्स दिल्ली से जारी नहीं किया गया है इधर एसटीएफ को जालसाज दिलशाद के खाते में 18 लाख और आलोक बामने की खाते में 14 लाख रुपये मिले हैं लिहाजा एसटीएफ ने दोनों आरोपियों के खातों को सीज करवा दिया है माना जा रहा है कि आरोपियों से पूछताछ में ठगी के इस मामले में कई और चौकाने वाले खुलासे भी हो सकते हैं

बाइट- राजेश सिंह भदौरिया, एसपी, एसटीएफ।
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