इंदौर। प्रदेश में उपचुनाव से पहले प्रेमचंद गुड्डू ने बीजेपी से इस्तीफा देकर चुनावी सरगर्मी बढ़ा दी हैं. मंगलवार को गुड्डू को सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी सिलावट के खिलाफ बयानबाजी करने के बाद पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था. जिसका जवाब प्रेमचंद गुड्डू ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को भेजा है.
प्रेमचंद गुड्डू ने अपने जवाब देते हुए कहा है कि, मैं 9 फरवरी को ही भाजपा से इस्तीफा दे चुका हूं. ऐसे में बीजेपी को उन्हें नोटिस देने का कोई अधिकार नहीं है. गुड्डू ने स्वीकार किया कि बीजेपी की प्राथमिक सदस्ययता लेना एक बड़ी गलती थी. जिसे उन्होंने समय रहते सुधार लिया है. उन्होंने कहा, आने वाले उपचुनाव में मै और सभी कांग्रेसी मिलकर तुलसीराम सिलावट और जनताा को धोखा देकर जनमत का मजाक उड़ाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को सबक सिखाएंगे.
गुड्डू ने अपने जवाब में स्पष्ट किया है कि, भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सरकार 2 महीने के लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों और किसानों की अनदेखी कर रही है. दोनों ही वर्ग त्रस्त हैं और बीजेपी की सरकार हाथ पर हाथ धरे मंत्रिमंडल विस्तार में लगी हैं. गुड्डू ने आरोप लगाया कि, कमलनाथ सरकार में आम जनता और किसानों के लिए सड़क पर आने के दावे करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया आज जनता के बीच से गायब है. उन्होंने तुलसी सिलावट पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, जिस समय मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस ने दस्तक दी थी. उस समय तुलसी सिलावट कमलनाथ सरकार गिराने के लिए बेंगलुरु में आराम फरमा रहे थे. ऐसी स्थिति में मध्य प्रदेश की जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रही है.