भोपाल। लॉकडाउन के दौरान मध्यप्रदेश के मजदूरों की समस्याओं को लेकर पूर्व मंत्री उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंंने कहा कि, सरकार की कथनी और करनी में अंतर है. प्रदेश सरकार झूठे आंकड़े पेश कर राजनीति कर रही है. सरकार जिन 3 लाख मजदूरों को लाने की बात कर रही है, उनकी जानकारी सार्वजनिक करे. इसके साथ ही प्रदेश के अंदर रह रहे मजदूरों के लिए सरकार ने क्या किया, इसका जवाब दें.
उमंग सिंघार ने ट्वीटर और फेसबुक पर वीडियो बयान जारी करते कहा कि, शिवराज सिंह ने 1 महीने पहले कहा था कि, प्रदेश के जो मजदूर बाहर रहे हैं, उनके खातों में हमने आर्थिक सहायता के रूप में रुपये डाले हैं. उसकी भी सूची प्रदेश सरकार जारी करे. उन्होंने कहा कि, प्रदेश सरकार की कथनी और करनी समझ में नहीं आ रही है, आज मजदूर सड़क पर परेशान हैं. इसका मतलब है कि, मजदूरों के लिए सरकार ने बसों की व्यवस्था नहीं कराई है, उनकी रोजी-रोटी की व्यवस्था नहीं हुई है. यदि ऐसा होता तो मजदूर हजार दो हजार किलोमीटर पैदल चलकर नहीं आता.
सिंघार ने प्रदेश में रहने वाले मजदूरों की समस्याओं को लेकर शिवराज सिंह से सवाल किया है. उन्होंने कहा कि, प्रदेश में रोज कमाने वाले जैसे नाई, दर्जी, सब्जी बेचने वाले, दूध चाय बेचने वाले और अन्य लोग जो रोज छोटा-मोटा व्यवसाय करके पैसा कमाते हैं. उनके लिए सरकरार ने क्या व्यवस्था की. इसको लेकर सरकार का कोई जवाब नहीं आया है. वहीं जो कर्मचारी कोरोना संक्रमण के बीच अपनी सेवाएं दे रहा है. उसका एरियर काटा जा रहा है. उन्होंने कहा कि, सरकार विज्ञापन पर लाखों-करोड़ों खर्च कर रही है. जबकि इस विपदा के समय मजदूरों और कर्मचीरियों के लिए सोचना चाहिए. सरकार इन मजदूरों और कर्मचारियों के लिए क्या कर रही है अभी तक क्या किया. इसका स्पष्टीकरण देना चाहिए.