भोपाल। तो तय मानिए कि शिवराज मध्य प्रदेश को इतनी आसानी से छोड़ने वाले नहीं है. शिवराज ने एमपी में अपनी समान्तर मौजूदगी बनाए रखने एक दांव और खेल दिया है. उनका सरकारी बंगला अब केवल पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का बंगला भर नहीं है. अब वो मामा का घर है. बाकायदा बंगले का नामकरण करके ये इसे पहचान बतौर बंगले के दरवाजे पर नई प्लेट टांग दी गई है.
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मेरे प्यारे बहनों-भाइयों और भांजे-भांजियों,
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 3, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आप सबसे मेरा रिश्ता प्रेम, विश्वास और अपनत्व का है।
पता बदल गया है, लेकिन "मामा का घर" तो मामा का घर है। आपसे भैया और मामा की तरह ही जुड़ा रहूँगा। मेरे घर के दरवाजे सदैव आपके लिए खुले रहेंगे।
आपको जब भी मेरी याद आये या मेरी जरूरत… pic.twitter.com/P9ys9MWzah
">मेरे प्यारे बहनों-भाइयों और भांजे-भांजियों,
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 3, 2024
आप सबसे मेरा रिश्ता प्रेम, विश्वास और अपनत्व का है।
पता बदल गया है, लेकिन "मामा का घर" तो मामा का घर है। आपसे भैया और मामा की तरह ही जुड़ा रहूँगा। मेरे घर के दरवाजे सदैव आपके लिए खुले रहेंगे।
आपको जब भी मेरी याद आये या मेरी जरूरत… pic.twitter.com/P9ys9MWzahमेरे प्यारे बहनों-भाइयों और भांजे-भांजियों,
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आप सबसे मेरा रिश्ता प्रेम, विश्वास और अपनत्व का है।
पता बदल गया है, लेकिन "मामा का घर" तो मामा का घर है। आपसे भैया और मामा की तरह ही जुड़ा रहूँगा। मेरे घर के दरवाजे सदैव आपके लिए खुले रहेंगे।
आपको जब भी मेरी याद आये या मेरी जरूरत… pic.twitter.com/P9ys9MWzah
शिवराज का घर अब मामा का घर: पहले अपनी सोशल मीडिया प्रोफाईल पर खुद की पहचान भाई और मामा से कर चुके शिवराज ने अब अपने घर का नाम भी तय कर दिया है. अब उनका भोपाल के 74 बंगला स्थित निवास बी-8 मामा का घर कहलाएगा. ये नेमप्लेट बाकायदा बंगले के बाहर टांग दी गई है. ब्रेक के बाद फिर बहनों और माताओं के बीच पहुंचे शिवराज ने फिर दोहराया कि अभी हमारा पता है बी -8 74 बगंला. उसका नाम हमने मामा का घर रख दिया है. शिवराज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पूरा मध्यप्रदेश मेरा परिवार है. परिवार के रिश्ते पदों से नहीं जुड़ते ना पद छूट जाने के बाद खत्म होते हैं. इसलिए जनता अपना परिवार है.
पूर्व सीएम शिवराज ने कहा कि भांजे भांजियों से प्यार का रिशता है. भाई बहनों से विश्वास का रिश्ता है. ये प्यार और विश्वास का रिश्ता बना रहेगा. मैं सेवा करता रहूंगा. मैं पार्टी का काम करता रहूंगा. मैं तो जहां रहूंगा मामा का घर ही प्यार का घर है. यथा शक्ति जो कर पाऊंगा करने की कोशिश करूंगा.
शिवराज ने कहा मेरा जीवन मेरी बहनों के लिए: शिवराज सिंह चौहान ने ये भी कहा कि ये चिंता मत करना. मेरी जिंदगी आपके लिए है. जनता जनार्दन के लिए है. बेटा-बेटियों के लिए है. मेरी बहनों के लिए है. इस धरती पर इसलिए आया हूं. मैं दुख दर्द दूर कर सकूं. किसी के आंखों में आंसू नहीं रहने दूंगा. जिंदगी जितनी बेहतर बनेगी बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. दिन और रात उसके लिए काम करेंगे.
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तो क्या शिवराज मानने वाले नहीं हैं: शिवराज सिंह चौहान एक छोटे से ब्रेक के बाद अब फिर जब जनता के बीच पहुंच रहे हैं. वही बहनों का विलाप है, उनके लिए और लौट आने का आग्रह भी. शिवराज भी कह चुके हैं कि अपने लिए कुछ मांगने तो दिल्ली नहीं जाऊंगा. हालांकि इसके बाद वे दिल्ली बुलाए गए और उन्हें दक्षिण भारत का जिम्मा भी दिया गया. राजनीतिक विश्लेषक प्रकाश भटनागर कहते हैं शिवराज की यूएसपी ही ये रही कि उन्होंने शुरुआत से सामाजिक सरोकार की सरकार चलाई है और कुछ नहीं. शिवराज उसी लकीर को बढ़ा रहे हैं बरकरार रखे हुए हैं.