भोपाल। बीजेपी ने विधानसभा उपचुनाव के अधिकृत प्रत्याशियों के विरुद्ध काम करने वाले पूर्व विधायक सत्यपाल सिकरवार को बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है, जिन्हें पूर्व में अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रचार-प्रासर करने की जिम्मेदारी दी गई थी.
दरअसल, विधानसभा उपचुनाव के पहले बीजेपी को एक बड़ा झटका लगा था. जब सुमावली से पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार के बड़े भाई डॉक्टर सतीश सिंह सिकरवार कांग्रेस में शामिल हुए थे. पार्टी में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने सतीश सिंह सिकरवार को ग्वालियर पूर्व से अपना उम्मीदवार बनाया है. इसके बाद से ही लगातार बीजेपी के पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार अपने भाई के लिए काम कर रहे हैं. इस मामले की शिकायत बीजेपी को लगातार मिलती आ रही थी. शिकायतों के के बाद पार्टी ने उनके पिता गजराज सिंह और सत्यपाल सिंह सिकरवार को बड़ामलहरा में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सौंपकर तत्काल जाने के निर्देश दिए थे, लेकिन उसके बावजूद भी सत्यपाल ने भारतीय जनता पार्टी के आदेश का पालन नहीं किया. इसके चलते बीजेपी ने अनुशासनहीनता को लेकर सत्यपाल सिंह सिकरवार को निष्कासित कर दिया है.
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सुमावली विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार 2013 से 2018 तक बीजेपी के विधायक रहे थे. इस दौरान उनके भाई सतीश सिंह सिकरवार को बीजेपी ने टिकिट देकर चुनावी मैदान में उतारा था, जहां वह कांग्रेस उम्मीदवार मुन्नालाल गोयल से हार गए थे. अब उपचुनाव से पहले ही सतीश सिंह सिकरवार ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है.