भोपाल। प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने शिवराज सरकार पर प्रदेश के दुग्ध उत्पादक किसानों को हतोत्साहित करने और आर्थिक रूप से कमजोर करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार किसान हितैषी बनने का दावा करती है, लेकिन जब भी सत्ता में आती है तो किसानों के हितों पर कुठाराघात करती है. हाल ही में शिवराज सरकार ने दूध के दाम 4 रूपए प्रति लीटर तक कम कर दुग्ध उत्पादक किसानों को आर्थिक रूप से कमजोर करने का काम किया है.
लॉकडाउन और देरी से हुई वर्षा के कारण पहले से ही प्रदेश का किसान प्रभावित था और अब सरकार ने दूध के दाम कम कर दुग्ध उत्पादक किसानों की कमर तोड़ रही है. सचिन यादव ने मांग की है कि शिवराज सरकार अपने फैसले को वापस ले. पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा का किसान विरोधी चेहरा फिर लोगों के सामने है. भाजपा किसान हितैषी बनने का दावा करती है, लेकिन सरकार और सत्ता में आने के बाद हमेशा किसान विरोधी निर्णय लेने का काम करती है, अभी तक शिवराज सरकार किसान ऋण माफी योजना पर चुप्पी साधे हुए है, उस पर कोई कदम भाजपा सरकार ने नहीं उठाया है. हमारा किसान साथी लॉकडाउन के कारण आर्थिक रूप से कमजोर हुआ है. उसको फिर एक बार कमजोर करने का काम भाजपा सरकार कर रही है.
सचिन यादव ने कहा कि अभी पिछले दिनों भाजपा ने दुग्ध उत्पादक किसानों के दूध का 4 रूपए प्रति लीटर तक भाव कम करने का काम किया है. इससे हमारे दुग्ध उत्पादक किसान साथी हतोत्साहित होंगे और निश्चित रूप से आर्थिक रूप से कमजोर होंगे. वो भाजपा सरकार से मांग करते हैं कि अपने फैसले बदलें और दुग्ध उत्पादक किसानों की मंशा के अनुरूप काम करें.